फिरोजाबाद। महिला की हत्या और शव को गायब करने के आरोप में जिला जेल में निरुद्ध इटावा के एक साधु की रविवार को मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम गृह में रखवाया गया है।
थाना शिकोहाबाद क्षेत्र के शंभू नगर निवासी रवि यादव पुत्र स्व. दलवीर सिंह ने 13 मार्च को 2022 को थाना शिकोहाबाद में मुकदमा दर्ज कराया कि उसकी मां राधा देवी 12 मार्च की शाम मन्दिर जाने की कहकर गयी थी, जो वापस नहीं आयी। 14 मार्च को नौशहरा पुल रेलवे लाइन के किनारे चारागाह में राधा देवी का शव मिला था। राधा की गले पर धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या की गई थी।
पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद जनपद इटावा के थाना इकदिल क्षेत्र के गांव कीरतपुरा निवासी साधू कमलगिरी उर्फ कमल सिंह कठेरिया पुत्र दिबोली सिंह को 01 अप्रैल 2022 को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हत्यारोपित कमलगिरी पर आरोप था कि उसके राधा से प्रेम सम्बंध थे। बाबा कमलगिरि ने पीछा छुड़ाने के लिए उसे मंदिर पर पूजा करने के बहाने ले जाकर उसकी खुरपी से गला काटकर हत्या कर दी थी।
हत्यारोपित कमलगिरी तभी से इस मामले में जिला जेल में निरुद्ध था। रविवार को हत्यारोपित कमलगिरी को सांस लेने में तकलीफ हुई। जेल प्रशासन द्वारा आनन फानन में उपचार हेतु जिला अस्पताल भिजवाया गया। जहां उपचार के दौरान कामलगिरि की मौत हो गई।
जेल अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि मृतक कामलगिरी हत्या के मामले में निरुद्ध था। उसे सांस लेने में तकलीफ होने पर उपचार हेतु अस्पताल भिजवाया गया था। जहां उपचार के दौरान कमलागिरी की मौत हो गई। कामलगिरी की मौत की सूचना उसके परिजनों को भेज दी गई है।