हरिद्वार। उत्तराखंड में चर्चित पटवारी और जेई एई पेपर लीक प्रकरण में फरार चल रहे 50 हजार के इनामी संजय धारीवाल ने आत्मसमर्पण के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है।
इस मामले में एसआइटी इनामी संजय धारीवाल की तलाश में जुटी है और कोर्ट से भी उसको कोई राहत अभी तक नहीं मिल पाई है। जिस कारण संजय को सरेंडर के लिए मजबूर होना पड़ा है, जबकि संजय धारीवाल की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी की टीम कई राज्यों में दबिश दे रही है।
कई राज्यों में दबिश जारी
एसआईटी अभी तक एड-जड़ और पटवारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में 30 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें राज्य लोक सेवा आयोग के दो अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और संजीव कुमार भी शामिल हैं। बीते दिन एसआईटी ने डेविड को अरेस्ट किया था। जिस पर 50 हजार का इनामी रखा गया था। जबकि 150 हजार के ही दूसरे इनामी पूर्व भाजपा नेता संजय धारीवाल की गिरफ्तारी के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा आदि राज्यों में दबिश दी गई है, लेकिन संजय अभी तक हाथ नहीं आ पाया।
बताया जा रहा है कि संजय धारीवाल गिरफ्तारी से बचने के लिए कानूनी राहत लेने की जद्दोजहद में जुटा हुआ था, मगर हार्डकोर्ट से भी उसे कोई राहत नहीं मिल पाई है। गिरफ्तारी से बचने के सारे रास्ते बंद हो जाने पर अब संजय धारीवाल ने कोर्ट में सरेंडर की तैयारी कर ली है। संजय धारीवाल ने अपने वकील के माध्यम से कोर्ट में सरेंडर करने के लिए एप्लीकेशन दी है। जिसकी सूचना भी पुलिस को मिली है।
इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि आरोपी संजय धारीवाल की खोजबीन जारी है और जल्द आरोपी को अरेस्ट कर लिया जाएगा।