नई दिल्ली/रियाद। भारत और सऊदी अरब के मध्य हमेशा से ही प्रगाढ़ संबंध रहे हैं। दोनों देशों के पारंपरिक रिश्तों के बीच 10-18 फरवरी तक होने वाले दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। सऊदी अरब इस पुस्तक मेले में सम्मानित अतिथि के रूप में हिस्सा लेगा। मेले में सऊदी अरब अपनी भरपूर उपस्थिति दर्ज करने के लिए तैयार है।
सऊदी अरब में भारत के राजदूत सुहैल एजाज़ खान ने सोमवार को बताया कि दिल्ली में आयोजित होने वाले विश्व पुस्तक मेले-2024 के लिए सऊदी अरब को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। यह बहुत खुशी की बात है। इससे दोनों देशों के आपसी संबंधों को और मजबूती मिलेगी। नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला दोनों देशों को और करीब लाने का एक सशक्त माध्यम साबित होगा। यह एक तरह से सऊदी विजन-2030 के तहत अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान का हिस्सा है।
नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला में सऊदी अरब अपने साहित्य के साथ-साथ अपनी मालामाल सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन भी करेगा। सऊदी अरब के साहित्य, प्रकाशन और अनुवाद आयोग के नेतृत्व में किंगडम अपनी विस्तृत सांस्कृतिक झलक पेश करेगा। पुस्तक मेले में विरासत आयोग, संगीत आयोग, फिल्म आयोग, भोजन कला आयोग, फैशन आयोग और किंग अब्दुल अजीज फाउंडेशन फॉर रिसर्च एंड आर्काइव्स सहित विभिन्न सांस्कृतिक क्षेत्र अपने देश की समृद्ध विरासत, कलाकृतियां, संस्कृति और कला को भारतीय दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेंगे।
एनडीडब्ल्यूबीएफ-2024 में किंगडम की भागीदारी में विभिन्न सांस्कृतिक, कलात्मक, साहित्यिक और ज्ञान क्षेत्रों पर चर्चा, सेमिनार और पैनल सहित विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे। मुख्य कार्यक्रम के अलावा सऊदी पकवानों और पारंपरिक कला का प्रदर्शन भी किया जाएगा।