लखनऊ। यूपी में हीटवेव के कारण अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है। लोगों का मानना है कि गर्मी साल दर साल बढ़ती जा रही है। मौसम विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि 2024 की जून की गर्मी इससे पहले इतनी ज्यादा गर्मी आठ साल पहले 2016 में पड़ी थी। इस साल जून में न सिर्फ अधिकतम तापमान अधिक रहा बल्कि न्यूनतम तापमान भी काफी अधिक दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि न्यूनतम तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले जून 2018 में न्यूनतम तापमान 34 डिग्री दर्ज किया गया था।
आपको बता दें कि शनिवार को भीषण गर्मी से 33 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें प्रयागराज,बुंदेलखंड,हमीरपुर,चित्रकूट में एक-एक की मौत और बांदा,कानपुर देहात,कुशीनगर,महाराजगंज में भी एक-एक मौत हो गई है। गर्मी से कानपुर शहर और वाराणसी में 8 लोग व महोबा में 2, मिर्जापुर में 3 लोगों की मौत हो गई है।
वहीं अधिकतम तापमान 46 डिग्री तो जून में कई दिनों से दर्ज हो रहा है। 8 साल पहले 2016 में अधिकतम तापमान एक से दो दिन ही 46 डिग्री दर्ज हुआ था। विभाग के अनुसार 14 जून का दिन अब तक सबसे गर्म रहा है। इस वर्ष मई की तुलना में जून की रातें अधिक गर्म रही हैं। मई में जहां न्यूनतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस था, लेकिन जून में न्यूनतम पारा 30 से नीचे आया ही नहीं। विभाग का मानना है कि फिलहाल 18 से 19 जून से पहले लोगों को राहत की उम्मीद नहीं है। 21 जून से बारिश का अनुमान है। हालांकि तब भी उमस भरी गर्मी से निजात नहीं मिलेगी।