पीलीभीत (उत्तर प्रदेश)। पीलीभीत का मोहनापुर गुरुद्वारा अब पुलिस की नजर में है। 25 मार्च की शाम तक के गुरुद्वारे के सीसीटीवी फुटेज गायब हो गए हैं। फरार ‘वारिस पंजाब दे’ नेता अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगी पापलप्रीत सिंह से जुड़े मामले की जांच कर रही पुलिस टीम मामले की जांच करने रविवार को पीलीभीत पहुंची।
गुरुद्वारा में एक कारसेवक (स्वयंसेवक) जोगा सिंह को 28 मार्च को पंजाब में फगवाड़ा के पास पाए गए एक लावारिस वाहन की बरामदगी के बाद 30 मार्च को लुधियाना में पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने ड्राइवर गुरवंत सिंह को 29 मार्च को होशियारपुर से गिरफ्तार किया था।
पुलिस टीम ने यह भी पाया कि निगरानी कैमरों ने 26 मार्च से रिकॉडिर्ंग फिर से शुरू कर दी। उस तारीख के बाद रिकॉर्ड किए गए फुटेज में, उत्तराखंड नंबर प्लेट वाला वाहन पीलीभीत में बाधपुरा गुरुद्वारे के प्रमुख जत्थेदार मोहन सिंह के नाम पर पंजीकृत, देखा गया था। वाहन को गुरुद्वारा परिसर के अंदर पार्क किया गया।