प्रयागराज। अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले जज दिनेश चंद्र शुक्ला की सुरक्षा को बढ़ाया गया है। नई व्यवस्था के तहत उन्हें वाई कैटिगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है। अतीक को सजा सुनाने के बाद उनकी सुरक्षा के लिहाज से राज्य सरकार ने यह निर्णय किया है।
जानकारी के मुताबिक, जस्टिस दिनेश चंद्र शुक्ला ने प्रयागराज की स्पेशल कोर्ट में आने के बाद अतीक के अलावा उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों में फैसला सुनाया है।
वर्तमान में राज्य सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता उर्फ नंदी को भी आईपीसी की धारा 147 और 323 में दोषी पाये जाने पर उन्हें एक साल की कैद और पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। उन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान दर्ज एक मुकदमें में सजा सुनाई थी। इसके अलावा इसी वर्ष परतापुर से सपा विधायक विजमा यादव को भी 22 साल पुराने एक मामले में दिनेश शुक्ला ने डेढ़ साल की सजा सुनाई है।
उल्लेखनीय है कि मूलरूप से रायबरेली के रहने वाले दिनेश शुक्ला 2009 बैच के जुडिशियरी सर्विस के अधिकारी हैं। एक जनवरी 1968 को जन्मे श्रीशुक्ला ने बीकॉम, एमकॉम, एलएलबी और पीएचडी की डिग्री भी हासिल की है। न्यायिक सेवा में आने के बाद 21 अप्रैल 2009 को उन्होंने भदोही के ज्ञानपुर में बतौर ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अपने करियर की शुरुआत की थी। साल 2011 में वह इलाहाबाद के एडिशनल सिविल जज (जूनियर डिवीजन) के रूप में तैनात किए गए। इसके अलावा, उन्होंने एडीजे झांसी, एडिशनल डिस्ट्रिक्ट और सेशन जज इलाहाबाद और मेरठ में डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी के सचिव के पद पर भी सेवाएं दी हैं। वर्ष 2022 में प्रयागराज के स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में तैनाती के बाद यहीं पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।