Saturday, April 27, 2024

दिल्ली टनल में कैश डिलीवरी एजेंट को लूटने के आरोप में सात गिरफ्तार

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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने 24 जून को प्रगति मैदान के पास एक टनल के भीतर बंदूक की नोक पर दिनदहाड़े लूट के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने कहा कि फरार चल रहे बाकी दो-तीन आरोपियों को पकड़ने के लिए दिल्ली-एनसीआर और पड़ोसी उत्तर प्रदेश में छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान उस्मान, उसके चचेरे भाई इफरान, बुराड़ी के कौशिक एन्क्लेव के मूल निवासी अनुज मिश्रा उर्फ सैंकी, कुलदीप, सुमित, प्रदीप और बाला के रूप में हुई।

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विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि उस्मान ने लूट की योजना बनाई थी। वह आईपीएल सट्टा में पैसा हारने के बाद कर्ज में डूबा हुआ था। उस्मान ने सात साल तक अमेजन कंपनी में डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम किया था।

यादव ने आगे कहा कि डिलिवरी ब्वॉय के तौर पर काम करने के दौरान उस्मान को चांदनी चौक इलाके में पैसे लेने वाले लोगों के बारे में अच्छी तरह से जानकारी थी। उस्मान ने बुराड़ी इलाके में नाई का काम करने वाले इरफान को इस काम के लिए बुलाया। उन्होंने एक योजना बनाकर आगे उत्तर प्रदेश के लोनी और बागपत से लोगों को इसमें शामिल किया।

वारदात को अंजाम देने से पहले उस्मान ने सब्जी विक्रेता सुमित के साथ मिलकर चांदनी चौक में रेकी की थी। कुलदीप, पहले 16 मामलों में शामिल पाया गया था। उसने ही लूटी गई रकम को बांटने के लिए बुराड़ी इलाके में एक आवास किराए पर लिया था।

यादव ने आगे कहा कि 24 जून को हथियारबंद डकैती को अंजाम देने से पहले गिरोह ने चांदनी चौक इलाके में पैसे लेकर जा रहे लोगों को लूटने की कोशिश की थी, लेकिन वे निशाने पर नहीं आ सके।

24 जून को उन्होंने टारगेट की पहचान की। योजना के अनुसार, दो बाइक पर सवार हथियारबंद लोगों ने प्रगति मैदान के पास टनल के भीतर चांदनी चौक में ओमिया एंटरप्राइजेज में डिलीवरी एजेंट के रूप में काम करने वाले पटेल साजन कुमार को लूट लिया।

अधिकारी ने कहा कि किसी भी प्रकार के प्रतिरोध से बचने के लिए उन्होंने टनल का चयन किया। इस घटना के बाद कुमार तिलक रोड पुलिस स्टेशन पहुंचा और इस घटना के संबंध में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई।

हमने अपराध को अंजाम देने में इस्तेमाल की गई दो बाइक, अपाचे और स्प्लेंडर भी बरामद की हैं। बाइकों के चेचिस नंबर टेम्पर्ड हैं और नंबर प्लेट फर्जी हैं। आरोपियों से शुरुआती पूछताछ में पता चला कि अनुज और बाला अपाचे बाइक पर थे, जबकि इरफान एक दूसरे के साथ स्प्लेंडर पर था।

ऐसा संदेह है कि अपराध में एक स्कूटी भी शामिल थी जिसकी जांच की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि हमने आरोपियों के कब्जे से पांच लाख रुपये भी बरामद किए हैं। अधिकारी ने कहा कि कुमार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की।

 

 

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