नयी दिल्ली- केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोहों के खिलाफ मोदी सरकार की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
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श्री शाह ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “एक ही दिन में अवैध मादक पदार्थ के खिलाफ लगातार दो बड़ी सफलताएं मोदी सरकार के ‘नशा मुक्त भारत’ बनाने के अटूट संकल्प को दर्शाती हैं। एनसीबी ने आज नयी दिल्ली में 82.53 किलोग्राम उच्च श्रेणी का कोकीन जब्त किया। दिल्ली के एक कूरियर सेंटर में बड़ी मात्रा में ड्रग्स जब्त किए जाने के बाद बॉटम टू टॉप अप्रोच अपना कर लगभग 900 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ की बड़ी खेप का पता लगाया गया। ड्रग रैकेट के खिलाफ हमारी तलाश सख्ती से जारी रहेगी। इस बड़ी सफलता के लिए एनसीबी को बधाई।”
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नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने भारत और खासकर दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय मादक पदार्थ तस्करी गिरोहों के खिलाफ बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए दिल्ली में कोकीन की सबसे बड़ी खेप बरामद की है। यह सफलता इस वर्ष मार्च और अगस्त में की गई पिछली जब्ती के दौरान प्राप्त सुरागों के आधार पर एनसीबी टीम द्वारा किए गए ठोस प्रयास का परिणाम है। इन मामलों में प्राप्त सुरागों पर कार्रवाई तथा तकनीकी एवं मानवीय खुफिया जानकारी के माध्यम से एनसीबी अंततः तस्करी के स्रोत तक पहुंचने में सफल रही और गुरुवार को दिल्ली के जनकपुरी तथा नांगलोई इलाके से 82.53 किलोग्राम उच्च श्रेणी का कोकीन बरामद किया।
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इस मामले में प्रारंभिक बरामदगी दिल्ली में एक कूरियर की दुकान में एक पार्सल से हुई थी। यह पार्सल ऑस्ट्रेलिया भेजा जाना था। एनसीबी की टीम ने दिल्ली के जनकपुरी और नांगलोई में छिपाई गई कोकीन की बड़ी मात्रा तक पहुंचने के लिए बैकट्रैकिंग विधि का इस्तेमाल किया।
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अब तक की जांच से पता चला है कि इस सिंडिकेट को विदेश में रहने वाले लोगों के एक समूह द्वारा संचालित किया जा रहा है और जब्त किए गए प्रतिबंधित पदार्थ की कुछ मात्रा को कूरियर/छोटी कार्गो सेवाओं के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया भेजा जाना था। इस मामले में शामिल लोग मुख्य रूप से ‘हवाला ऑपरेटर’ हैं और एक-दूसरे के लिए गुमनाम हैं, जो ड्रग डीलिंग पर दिन-प्रतिदिन की बातचीत के लिए छद्म नामों का इस्तेमाल करते हैं।
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इस मामले में अब तक सिंडिकेट के दो मुख्य संचालकों को गिरफ्तार किया गया है, जो दिल्ली और सोनीपत के निवासी हैं। इसके अलावा, ड्रग सिंडिकेट के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज और जब्त कोकीन के स्रोत की पहचान करने के लिए जांच चल रही है, जिसके लिए विदेशी ड्रग कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मदद ली जाएगी।
कूरियर कंपनियों, डाक विभाग और कार्गो के माध्यम से ड्रग तस्करी के मुद्दे को रोकने के लिए एनसीबी द्वारा अन्य डीएलईए (ड्रग लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों) के लिए नियमित क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। एनसीबी ने पूरे भारत में कूरियर कंपनियों और भारतीय डाक के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए हैं।