देवरिया- उत्तर प्रदेश के देवरिया सदर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने अपने मौजूदा सांसद डा.रमापति राम त्रिपाठी के जगह पर इंजीनियर शशांक मणि त्रिपाठी को यहां से अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
शशांक मणि देवरिया सदर तहसील क्षेत्र के ग्राम बरपार के निवासी हैं। वे आईआईटी दिल्ली से बी.टेक और आईएमडी लॉज़ेन से एमबीए किया। उन्होंने एक रणनीतिकार और दूरदर्शी के रूप में कॉर्पोरेट और सरकारी दोनों क्षेत्रों में काम किया है। वे एक एनजीओ के माध्यम से जागृति के तहत युवाओं और उद्यमियों को ट्रेन से भारत परिक्रमा भी कराते रहते हैं।
शशांक मणि त्रिपाठी के बाबा सूरतनारायण मणि गोरखपुर के जिला मजिस्ट्रेट रह चुके हैं और गोरखपुर विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष थे। जबकि उनके पिता लेफ्टिनेंट जनरल प्रकाश मणि ने सेना में 40 वर्षों की विशिष्ट सेवा के बाद, दो बार संसद सदस्य के रूप में कार्य किया। शशांक मणि के चाचा श्रीविलास मणि सीआरपीएफ के डीजीपी रह चुके है तथा उनके एक चाचा श्री बाबू उच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ गौरी बाजार विधानसभा से विधायक रह चुके थे।
शशांक मणि त्रिपाठी की पत्नी गौरी त्रिपाठी एक प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना हैं, जो कलात्मकता और कौशल के लिए विश्व स्तर पर मशहूर हैं। वह दो बेटियों के पिता है। शंशाक मणि ने 2019 लोकसभा एवं 2022 विधानसभा चुनाव में भी देवरिया से टिकट की दावेदारी की थी।लेकिन उस समय पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया था। अब पार्टी ने उन्हें श्रीप्रकाश मणि की राजनीतिक विरासत को संभालने का मौका दिया है। श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी देवरिया से 1996 व 1999 में भाजपा से सांसद रहे हैं।
शशांक मणि ने 2008 में जागृति यात्रा की शुरूआत की। आगे चलकर अपने गांव बरपार में जागृति उद्यम केंद्र पूर्वांचल की नींव रखी। बैतालपुर में कॉल सेंटर की स्थापना की। आज उनकी जागृति देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, महाराजगंज समेत पूर्वांचल के कई जिलों में उद्यम को बढावा देने का कार्य कर रही है। वे हर साल अपने गाँव बरपार में देश और विदेश के युवा उद्यमियों को लेकर आते हैं और युवाओं को रोजगार देने का काम करते हैं।
सं प्रदीप