मुजफ्फरनगर। यूपी में कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकान मालिकों को नेम प्लेट लगाना जरूरी कर दिए जाने के बाद यूपी सरकार का यह फैसला पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। राष्ट्रीय महिला एकता संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष रिया किन्नर ने कावड मार्ग पर पडने वाली सभी दुकानों के मालिकों के नाम से दुकानों के बाहर नेम प्लेट लगवाये जाने की मांग की हैं।
रिया किन्नर का कहना हैं कि दुकानों के बाहर दुकान मालिकों के नाम लिखे जाने के बाद शिव भक्तों को जल खंडित होने का डर नही रहेगा। आरोप हैं कि कुछ अराजक तत्वों द्वारा शिव भक्तों को खाने के लिए बनाये गये भोजन को शुद्ध शाकाहारी के नाम पर शिव भक्तों का इमान व आस्था के साथ खिलवाड किया जाता हैं।
राष्ट्रीय महिला एकता संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष रिया किन्नर ने मीडिया सैंटर पर पत्रकारों से वार्ता कर बताया कि दूर दराज से आ रहे शिव भक्तों की कावड खंडित होने एवं आस्था के साथ खिलवाड होने के कारण झगडा होने की आशंका रहती हैं। रिया किन्नर ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कावड मार्ग पर पडने वाली दुकानों के मालिको के नाम दुकानों के बाहर लिखवाया जाने का निर्णय सही था, उनका कहना हैं कि कुछ अराजक तत्वों के द्वारा हिन्दू मुस्लिम एकता में दरार डालने का कार्य करते हैं।
उनका कहना हैं कि अराजक तत्वों को कावड यात्रा से दूर रखने व कावड यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए कावड मार्ग पर पडने वाली दुकानों के मालिको के नाम दुकानों के बाहर लिखवाए जाने चाहिए। रिया किन्नर का कहना हैं कि भारत में लोकतंत्र स्थापित होने से पहले राजा-महाराजाओं के समय में आवाम आम जनता के हालात की अवधारणा को दिखाता है, मगर आज के दौर में ऐसा नहीं हो सकता कि सरकार कोई काम करे और सभी के लिए तालियां बजानी जरूरी हो, शायद यही वजह है कि कांवड़ यात्रा के दौरान कानून-व्यवस्था को कायम रखने के लिए यूपी सरकार के नेम-प्लेट नियम को लेकर देशभर में तीखी बहस छिड़ी हुई है।
उन्होने कहा कि देशभर में कांवड़ यात्रा को लेकर जारी किए गए यूपी के नए आदेश के बाद उत्तराखंड के हरिद्वार में भी पुलिस ने समान आदेश जारी कर दिए थे। उन्होने कहा कि मुजफ्फरनगर पुलिस ने तो इसकी शुरुआत करते हुए कांवड़ यात्रा के दौरान रास्ते में आने वाले दुकान, रेस्टोरेंट के मालिकों को अपने नाम का बोर्ड लगाने का आदेश जारी कर दिया गया था।
राष्ट्रीय महिला एकता संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष रिया किन्नर ने कावड मार्ग पर दुकानदारों का नाम लिखवाने के आदेश को खारिज करने के निर्णय को गलत बताते हुए सनातन धर्म के साथ अन्याय करने जैसा कार्य करने की बात कही। उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को अपना फैसला बदलते हुए कावड मार्ग पर पडने वाली दुकानों के मालिको की नेम प्लेट लगवाये जाने के आदेश दिये जाने की मांग की हैं।