खतौली। रतनपुरी पुलिस ने चर्चित खुर्शीद हत्याकांड का खुलासा करके हत्यारोपित पिता पुत्र सहित चार अभियुक्तों को गिरफ्तार करके जेल रवाना किया है। पत्नी और साली से अवैध संबंध होने के शक में चचेरे भाई ने पिता और साथियों के साथ मिलकर खुर्शीद को मौत के घाट उतारा था। एक फरार हत्यारोपित को पुलिस ने शीघ्र गिरफ्तार करके जेल भेजने का दावा किया है।
रतनपुरी थाने में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव, सीओ बुढ़ाना हिमांशु गौरव, प्रभारी निरीक्षक पंकज रॉय ने जानकारी देते हुए बताया कि अवैध संबंधों के शक में फरमानी नाज के पिता आरिफ और भाई फरमान ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि बीती 5 अगस्त को मोहम्मदपुर माफ़ी गांव के बाहर शाम को एक लड़का खुर्शीद टहलते हुए जा रहा था। जहा उसकी चाकू से गोद कर हत्या कर दी गई थी, यह अत्यंत गंभीर प्रकरण था एवं गंभीर घटना थी जिसको देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा एसओजी सहित तीन टीमों का गठन किया गया था और इन तीनो टीमों ने लगातार प्रयास जारी रखा जिसमें प्रयास करते हुए आज घटना का सफल अनावरण किया गया है। इस घटना में शामिल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है एवं घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल व चाकू थे वह बरामद कर लिए गए हैं। मृतक के भाई वली मोहम्मद की तहरीर पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज करके पुलिस ने हत्यारों की तलाश शुरू कर दी गई थी।
तीन माह बाद पुलिस के हाथ हत्यारोपितों के गिरेबान तक पहुंच गए। लम्बी चली तफ्तीश के बाद रतनपुरी पुलिस ने देहाती सिंगर फरमानी नाज़ के घर दबिश देकर उसके पिता आरिफ पुत्र बानीबाज, भाई फरमान निवासी गांव मोहम्मदपुर माफी के अलावा फरियाद पुत्र उजागर निवासी ग्राम पूठ खास थाना रोहटा मेरठ व जाकिर पुत्र साबिर निवासी जानी खुर्द मेरठ को इनके घरों से गिरफ्तार कर लिया।
सख्ती से की गई पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपने एक और फरार साथी शाकिर पुत्र साबिर निवासी जानी खुर्द के साथ मिलकर खुर्शीद की चाकुओं से गोदकर हत्या करने की स्वीकारोक्ति करके अपनी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त आला ऐ कत्ल दो चाकू व बाईक बरामद करा दी।
पूछताछ में हत्याभियुक्त फरमान ने बताया कि मृतक खुर्शीद उसकी पत्नी रिहाना और साली फरजाना पत्नी खालिद निवासी गांव गोहरा जनपद हापुड़ से मोबाइल फोन पर बात करता था, जिसके चलते उसे पत्नी और साली के खुर्शीद से अवैध संबंध होने का शक था। समाज में हो रही बदनामी के चलते उसने पिता आरिफ और फरियाद, जाकिर व शाकिर के साथ साजिश रचकर 5 अगस्त की शाम को जंगल में खुर्शीद की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी।