नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सामाजिक कार्यकर्ता सौम्या भट्ट ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) का दामन थाम लिया।
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सौम्या भट्ट को पार्टी में शामिल करवाया। संजय सिंह ने पार्टी के दिल्ली मुख्यालय में सौम्या भट्ट को टोपी और पटका पहनाकर आप में शामिल कराया। इस दौरान सौम्या भट्ट ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नीतियों से प्रभावित होकर वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो हैं।
सौम्या भट्ट ने कहा, जिस तरह से पूरी दिल्ली में जन कल्याण की योजनाएं लागू की जा रही हैं, मैं उससे बेहद प्रभावित हूं। 2011 में आम आदमी पार्टी ने जो आंदोलन शुरू किया था, उसने भारतीय राजनीति को सिर्फ एक दिशा ही नहीं दी बल्कि एक नया ²ष्टिकोण दिया है।
इस अवसर पर संजय सिंह ने कहा कि लखनऊ के शिक्षण संस्थानों और सामाजिक कार्यों से अपना रिश्ता रखने वाली जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता सौम्या भट्ट इस आप में शामिल हुई हैं। माया फाउंडेशन के नाम से इनकी संस्था है जो शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में काफी काम कर रही है। सौम्या भट्ट ने एमिटी विश्वविद्यालय से बीएससी और इसके बाद एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की हैं। वे एक लॉ फर्म को भी संचालित करती हैं।
जानकारी के अनुसार मूलरूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ की निवासी सौम्या भट्ट की मां माया भट्ट अपर शासकीय अधिवक्ता थीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश समेत देश के अलग अलग जगहों पर करीब 45 साल अपनी सेवाएं दीं। वो करीब 18 साल तक लखनऊ हाईकोर्ट बेंच में अपर शासकीय अधिवक्ता थीं। सौंभ्या भट्ट कहना है कि अपनी मां के पदचिन्हों पर चलते हुए उन्होंने 7 साल पहले लखनऊ में सामाजिक एवं न्याय तंत्र को मजबूत करने के लिए एक सामाजिक संस्था की स्थापना की।
जिसमें गरीब महिलाओं और बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के साथ ही पीड़ित महिलाओं को नि:शुल्क न्याय मदद प्रदान की जाती है। साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जाता है।