पानीपत। करनाल लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को मंगलवार को झटका लगा है। पानीपत शहरी से पूर्व भाजपा विधायक रोहिता रेवड़ी ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रोहिता के इस्तीफे पर तारीख 12 मई लिखी है, लेकिन सोमवार की रात करीब 11.30 बजे पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ बातचीत के बावजूद भी रोहिता नहीं मानी और उन्होंने आज सुबह अपना इस्तीफा वायरल कर दिया। माना जा रहा है कि रोहिता रेवड़ी परिवार समेत कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं।
रोहिता रेवड़ी वर्ष 2014 में भाजपा की टिकट से पानीपत शहरी सीट से विधायक चुनीं गई थीं। उन्होंने 92,757 वोट लेकर शहरी सीट से लेकर कांग्रेस के वीरेंद्र सिंह बुल्ले शाह को 53,721 वोटों से हराया था। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में उनकी टिकट काट दी गई। इसके लिए वह तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी मिली थीं। उनकी ओर से कोई संतोषजनक जवाब न मिलने की वजह से वह पार्टी से नाराज थीं। खासतौर से मनोहर लाल के प्रति उनकी नाराजगी ज्यादा ही थी। मनोहर लाल को रोहिता के पार्टी छोडऩे का आभास हो गया था। सोमवार रात मनोहर लाल ने रोहिता रेवड़ी के पति सुरेंद्र रेवड़ी को कॉल की थी। उन्होंने रोहिता से भी बात करते हुए क्षेत्र में कार्यक्रम कराने की बात कही थी।
इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की भी करीब एक महीने पहले चंडीगढ़ में रोहिता रेवड़ी और उनके पति सुरेंद्र रेवड़ी से मुलाकात हुई थी। इस मीटिंग में तय हुआ था कि रोहिता रेवड़ी लोकसभा चुनाव में करनाल सीट से लोकसभा उम्मीदवार मनोहर लाल के लिए प्रचार करेंगी। इसके बावजूद रोहिता नहीं मानी और आज भाजपा को बाय बाय बोल दिया। भाजपा छोड़ने के बाद रोहिता रेवड़ी और उनके पति सुरेंद्र रेवड़ी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लग रही हैं।