जयपुर। उदयपुर के एक सरकारी स्कूल में तीन दिन पहले सहपाठी द्वारा चाकू मारे जाने की घटना में घायल 10वीं के छात्र ने सोमवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया। एहतियात के तौर पर अस्पताल में और शहर में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। इंटरनेट पर प्रतिबंध भी रात 10 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही डॉक्टरों ने उसके निधन के बारे में बताया, अस्पताल के बाहर पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी तैनात कर दी गई।
भटियानी चौहट्टा इलाके के एक सरकारी स्कूल में शुक्रवार को लंच के बाद 15 साल की उम्र के दो सहपाठियों के बीच झगड़ा हो गया। एक छात्र ने दूसरे पर चाकू से हमला कर दिया। घटना में छात्र देवराज मोची गंभीर रूप से घायल हो गया। दोपहर करीब तीन बजे उसकी हालत बिगड़ने पर उसे स्थानीय एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना के बाद शहर में हिंसा भड़क गई। एक समुदाय विशेष से संबंधित गुस्साई भीड़ ने करीब आधा दर्जन कारों को आग के हवाले कर दिया, जबकि शहर के कुछ हिस्सों से पथराव की घटनाएं भी सामने आईं।
रिपोर्टों के अनुसार, छात्र अलग-अलग समुदायों से थे, जिसके कारण शहर में तनाव फैल गया। जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल और पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने सोमवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अस्पताल प्रशासन के साथ बैठक की। इसके बाद एसपी ने सुरक्षा की दृष्टि से इमरजेंसी वार्ड के बाहर बैरिकेडिंग करने का निर्देश दिया। अस्पताल के दोनों मुख्य गेटों पर लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है। सूत्रों के अनुसार, दोपहर करीब दो बजे देवराज की बहन सुहानी और एक चचेरी बहन ने जिला कलेक्टर से मंजूरी लेने के बाद उन्हें राखी बांधी और उनकी लंबी उम्र की कामना की। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस बल तैनात किया गया है। इंटरनेट पर प्रतिबंध भी आज रात 10 बजे तक बढ़ा दिया गया है, ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके। एसपी गोयल और अन्य अधिकारी अस्पताल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं।
राज्य के मंत्री जवाहर सिंह बेधम ने कहा, “मैं सभी से कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील करता हूं। हम आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की कोशिश करेंगे। हमारी सरकार शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है।” इस बीच देवराज की मां ने मांग की है कि दोषी को फांसी दी जाए।