मेरठ। सरधना के सपा विधायक अतुल प्रधान और न्यूटिमा अस्पताल के डॉक्टरों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को सपा छात्र सभा के बैनर तले छात्रों ने विधायक के समर्थन में कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।
सपा विधायक अतुल प्रधान और मेरठ में डॉक्टरों के बीच विवाद कोई नया नहीं है। विधायक बनने से पहले भी अतुल प्रधान आम लोगों के समर्थन में अस्पतालों में पहुंच जाते थे और डॉक्टरों द्वारा मनमाना बिल वसूलने का विरोध करते थे। उस समय भी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले डॉक्टरों ने अतुल प्रधान के खिलाफ मोर्चा खोला था। कुछ दिन पहले गढ़ रोड स्थित न्यूटिमा अस्पताल में सपा विधायक अतुल प्रधान ने दवाओं के मनमाने दाम वसूलने के विरोध में हंगामा किया था। पुलिस ने विधायक समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
इसके बाद से ही डॉक्टरों और सपा विधायक के बीच विवाद चल रहा है। न्यूटिमा अस्पताल की लड़ाई आईएमए लड़ रहा है तो सपा विधायक के समर्थन में आम आदमी पार्टी और अब छात्र उतर आए हैं। मंगलवार को छात्र नेता आदेश प्रधान के नेतृत्व में सपा छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन हुआ। छात्रों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी बृजेश सिंह को सौंपा।
छात्रों ने कहा कि न्यूटिमा अस्पताल में मरीज के परिवार के बुलाने पर विधायक गए थे। इसके बाद वह मरीज और डॉक्टर को शांतिपूर्ण तरीके से समझा कर वापस आ गए थे। विरोधी नेताओं ने षड्यंत्र रचकर विधायक अतुल प्रधान और मरीज के परिवार पर मुकदमा दर्ज करा दिया। फाइनल रिपोर्ट में अतुल प्रधान को क्लीन चिट भी दे दी गई लेकिन एडीजी के निर्देशानुसार फाइनल रिपोर्ट को चार्जशीट में परिवर्तित कर दिया गया, जो गलत है। डॉक्टर और अतुल प्रधान का कोई विवाद नहीं है। वह केवल मरीज के परिवार के लोगों के बुलाने पर गए थे। छात्रों ने कहा कि यदि विधायक अतुल प्रधान के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमें वापस नहीं लिए गए तो छात्र हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे और कलक्ट्रेट परिसर में आमरण अनशन पर बैठेंगे।