कानपुर। गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज की पीड़ित छात्रा कानपुर छोड़ अपने घर चली गई है। 4 अक्टूबर को छात्रा ने स्वरूप नगर थाने में नेत्र रोग सर्जन डॉ. केएन कटियार के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उसका आरोप था कि डॉक्टर उसे एक साल से प्रताड़ित कर रहा है।
स्वरूप नगर पुलिस ने गुरुवार को आरोपी डाक्टर को गिरफ्तार किया था। मेडिकल के बाद पुलिस आरोपी डॉक्टर को लेकर कोर्ट पहुंची। यहां उसके वकील ने पहले ही जमानत के पेपर सबमिट कर रखे थे । डॉक्टर के वकील ने कोर्ट में उसकी मानसिक स्थिति ठीक न होने और बीमारी का हवाला दिया। जिस पर आरोपी को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
पीड़ित छात्रा का आरोप है कि वह उर्सला अस्पताल में डॉ. केएन कटियार के अंडर में वर्ष 2023 में इंटर्नशिप कर रही थी। उसी दौरान उसकी डॉक्टर से मुलाकात हुई थी। उसी दौरान से वह उसे परेशान करने लगा । विरोध किया तो वह डांटने लगा। इसके बाद वह फोन करके या वॉट्सऐप पर मैसेज करके परेशान करता और मिलने का दबाव बनाता था। इसके बाद छात्रा ने उसे ब्लॉक कर दिया था।
डॉक्टर अपनी हरकतों से बाज नहीं आया उसने नया मोबाइल नंबर लेकर 1 अगस्त को दोबारा कॉल और मैसेज करना शुरू कर दिया। इससे परेशान होकर पीड़ित छात्रा ने स्वरूप नगर थाना और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के सामने पूरे मामले को रखा। इसके बाद स्वरूप नगर पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ एक हफ्ते पूर्व एफआईआर दर्ज की थी।
8 अगस्त, 2024 को नशे में धुत होकर डॉ. केएन कटियार छात्रा के हॉस्टल पहुंच गया और भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए उसके कमरे का दरवाजा पीटने लगा। इसके साथ ही जान से मारने की धमकी देने लगा। छात्रा ने गार्ड को बुलाया तो आरोपी डॉक्टर उसे भी धमकी देने लगा। सिक्योरिटी गार्ड ने डॉक्टर को धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। छात्रा ने स्वरूप नगर थाने में तहरीर दी थी।
पीड़िता ने बताया, मनचले डॉक्टर ने उसे धमकी देते हुए कहा था कि मैं तुम्हें मार दूंगा और तुम्हारे पति को भी, तुम्हारे चेहरे पर तेजाब डाल दूंगा ताकि तुम्हारा पति तुम्हें खुद ही छोड़ दें। तुम्हारे बारे में अफवाह फैलाकर तुम्हारे रिश्ते और छवि दोनों को बर्बाद कर दूंगा। तुम मेरी नहीं हुई तो किसी और का भी नहीं होने दूंगा।