पटना। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को कहा कि लोकतंत्र बचाने की दुहाई देने वाले विपक्ष के इंडी गठबंधन के कुछ प्रमुख नेता अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का खुल कर दुरुपयोग कर रहे हैं और गलत आरोप लगाने के बाद कोर्ट में आधा छह बार माफी मांगने वाले अरविंद केजरीवाल तो असत्य बोलने वालों के सरताज बन गए हैं।
मोदी ने बयान जारी कर कहा कि शराब घोटाला में आरोपी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2017 से अब तक अरुण जेटली, नितिन गडकरी, विक्रम सिंह मजीठिया, कपिल सिब्बल, अमित सिब्बल और अवतार सिंह भडाना से मानहानि का मुकदमा हारने पर सजा या भारी जुर्माना से बचने के लिए लिखित रूप से माफी मांग चुके हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी, अरविंद केजरीवाल और तेजस्वी यादव अपने विरोधी नेताओं पर जानबूझ कर असत्य आरोप लगाते हैं या अभद्र टिप्पणी करते हैं। जब इन्हें मानहानि के मामले में सजा होना तय लगने लगता है, तब ये अदालत में लिखित माफी मांग कर बच जाते हैं। क्या ये लोग लोकतंत्र बचा रहे हैं ।
भाजपा सांसद ने कहा कि “चौकीदार चोर है” कहने वाले राहुल गाँधी और सभी गुजरातियों को ठग बताने वाले तेजस्वी यादव को भी न्यायालय में क्षमा याचना करनी पड़ी। उन्होंनेकहा कि यदि जिम्मेदार पदों पर रहते हुए आदतन असत्य बोलने वाले लोग भी देश के प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, जाति-विशेष, धर्म-विशेेष और किसी राज्य-विशेष की पूरी आबादी पर अभद्र टिप्पणी करने के बाद केवल लिखित या सार्वजनिक बयान से माफी मांग कर बचते रहे, तब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दुरुपयोग पर अंकुश लगाना कैसे संभव होगा ।
भाजपा के राज्यसभा सांसद ने कहा,” मोदी सरनेम पर राहुल गाँधी के आपत्तिजनक बयान से आहत हजारों लोगों में मैं भी हूँ, इसलिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय से मेरी अपील है कि व्यापक जनहित को देखते हुए मानहानि के अभियुक्तों के आसानी से बचने के रास्ते बंद करने का वैधानिक प्रावधान किया जाए।”