जयपुर। राजस्थान में आज भजनलाल के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। राज्यपाल कलराज मिश्र अपराह्न 3:15 बजे राजभवन में मंत्रिपरिषद के नए सदस्यों को शपथ दिलाएंगे। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार देरशाम दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर राजस्थान के संभावित मंत्रिमंडल के संबंध में चर्चा की थी।
राजभवन में पिछले पांच दिन से शपथ ग्रहण के लिए मंच सजा हुआ है। शुक्रवार 22 दिसंबर को छत्तीसगढ में और सोमवार 25 दिसंबर को मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल का गठन हो गया था। तभी से राजस्थान के मंत्रिमंडल के गठन का इंतजार हो रहा था। मंगलवार 26 दिसंबर से राजभवन में शपथ ग्रहण के लिए मंच सजकर तैयार है। सभी भावी मंत्रियों, विधायकों और अन्य विशिष्ठ अतिथियों के बैठने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। करीब 500 मेहमानों को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया है।
भाजपा ऐसी पार्टी है जहां पार्टी हाईकमान की इजाजत के बिना पत्ता भी नहीं हिलता। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं के नाम पार्टी हाईकमान के अलावा प्रदेश के सिर्फ 3 नेताओं को मंत्रिमंडल के सदस्यों के नाम पता है। इनमें सीएम भजनलाल शर्मा, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ शामिल हैं। इन तीन नेताओं के अलावा किसी को भी मंत्रिमंडल के नामों के बारे में जानकारी नहीं है, जिन्हें मंत्री बनाया जाना है। उनमें से कई नेताओं को पार्टी हाईकमान की ओर से कॉल कर दिया गया है।
मंत्री बनने वाले कई नेताओं के पास पार्टी आलाकमान की ओर से कॉल आ गया है। उन्हें बधाई भी दे दी गई है लेकिन शपथ से पहले किसी से बात करने की इजाजत नहीं है। मीडिया या अन्य किसी भी व्यक्ति को सूचना देने से साथ इनकार किया गया है। सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री और राज्यसभा सांसद रहे डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को बुलावा भेजा गया है। साथ ही कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, ओटाराम देवासी, अनीता भदेल, झाबर सिंह खर्रा, हमीर सिंह भायल, पब्बाराम बिश्नोई और एक महंत के पास कॉल आ चुका है। पार्टी की ओर से उन सभी नेताओं को कॉल कर दिया गया है जिन्हें मंत्री बनाया जा रहा है लेकिन सख्त हिदायत भी दी गई है कि शपथ से पहले वे किसी से बात ना करें।
आज करीब 18 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। इनमें पुष्पेंद्र सिंह राणावत (बाली), प्रतापपुरी महाराज (पोकरण), जोगाराम पटेल (लूणी), जयदीप बिहानी (श्रीगंगानगर), सुमित गोदारा (लूणकरणसर), जवाहर सिंह बेढम (नगर), जोराराम कुमावत (सुमेरपुर), बाबा बालकनाथ (तिजारा), विश्वनाथ मेघवाल (खाजूवाला), ताराचंद जैन (उदयपुर) और बाबूलाल खराड़ी (झाड़ोल) के नाम शामिल बताए जा रहे हैं