पटना। ‘लेटरल एंट्री’ को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कांग्रेस के शासनकाल में सीधी नियुक्तियों का उल्लेख किया और कहा कि तेजस्वी यादव को अपना होमवर्क करने की जरूरत है। भाजपा नेता ने कहा, “तेजस्वी यादव के पिताजी लालू प्रसाद यादव मनमोहन सिंह की सरकार में रेल मंत्री थे। मनमोहन सिंह राजस्व सचिव, वित्त सचिव सीधे बने थे। वह कहां से आए थे, कोई आईएएस-आईपीएस थे क्या? विजय केलकर वित्त सचिव बने वह बाहर से आए थे।
मोंटेक सिंह अहलूवालिया कहां से आए थे?” उन्होंने कहा कि वित्त विभाग के बड़े-बड़े सचिव भी बाहर से आए थे। कांग्रेस का इतिहास भरा हुआ है। तेजस्वी यादव को होमवर्क करने की जरूरत है। पीएम मोदी ने साफ तौर पर कहा है कि पिछड़ों के हक पर हम कोई हमला नहीं होने देंगे। आरक्षण पर तेजस्वी यादव को बोलने का अधिकार नहीं है क्योंकि आरक्षण का एकमात्र लाभ उनके परिवार ने उठाया है।
‘लेटरल एंट्री’ को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी कहा कि यह निर्णय आज का नहीं था, “यह कांग्रेस का पाप था। कांग्रेस ने भी इसी तरह मनमोहन सिंह को वित्त सचिव बनाया था”। इस मुद्दे पर सियासी बवाल के बीच प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग को पत्र लिखा है। मंत्री ने पत्र में आयोग से ‘लेटरल एंट्री’ के आधार पर निकाली गई भर्तियों को वापस लेने को कहा है।