पटना। बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को इशारों ही इशारों में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को फिर से कराने को लेकर जारी आंदोलन में शामिल होने वाले नेताओं पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि छात्रों के आंदोलन का राजनीतिकरण कर दिया गया। इस आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया गया। उन्होंने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के आमरण अनशन के स्थान पर वैनिटी वैन के इस्तेमाल को लेकर कहा कि वैनिटी वैन में तो अभिनेता और अभिनेत्रियां बैठती हैं। उन्हें डायरेक्टर और प्रोड्यूसर बैठाते हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शनिवार को छठे चरण के कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर निकलने से पहले पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस यात्रा के क्रम में वह चंपारण, कैमूर, बक्सर सहित अन्य जिलों के पंचायत, प्रखंड के कार्यकर्ताओं से संवाद सह दर्शन करेंगे। बीपीएससी की 70वीं पीटी रद्द करने को लेकर चल रहे अभ्यर्थियों के आंदोलन से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमलोग शुरू से ही इस आंदोलन के अभ्यर्थियों और छात्रों के साथ हैं, लेकिन इसे हाईजैक करने की कोशिश की गई। शुरू से ही छात्रों का कहना था कि किसी भी पॉलिटिकल पार्टी के लोगों का हमलोग आंदोलन में साथ नहीं चाहते हैं।
इसके बावजूद इस आंदोलन का राजनीतिकरण किया गया। छात्रों का सम्मान करते हुए हमलोग नैतिक समर्थन दिए। छात्रों के कहने पर हमने एक बार नहीं, दो बार मुख्यमंत्री को इस मामले को लेकर पत्र लिखा। विधानसभा में 28 नवंबर को महागठबंधन के लोगों ने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि यह बीपीएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन है और उनकी लड़ाई है। हमलोग उनके साथ हैं। छात्रों के साथ अन्याय हुआ है और जब तक न्याय नहीं मिल जाता, हमलोग उनके साथ खड़े हैं। इस आंदोलन का बहुत लोगों ने राजनीतिकरण किया है, सभी लोगों ने देखा है कि छात्रों को कैसे लाठियों से पिटवाया गया। कौन लोग आंदोलन को कुचल रहे हैं और कौन लोग आंदोलन को खत्म करने में लगे हैं, यह भी सभी को पता है। उन्होंने यह भी कहा कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आज तक नहीं बताया या ना ही कोई स्पष्टीकरण दिया कि भाजपा नेता अमित शाह ने उन्हें जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष क्यों बनाया?