बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो शादी नहीं होने वाले लोगों को शिकार बनाकर उनसे पैसे और जेवर लूटता था। यह गिरोह बुंदेलखंड और कानपुर के आसपास के जिलों में सक्रिय था। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक लुटेरी दुल्हन भी शामिल है।
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गिरोह के सदस्य जालौन की युवती को दुल्हन बना कर और कानपुर की सजेती की रहने वाली महिला को दुल्हन की मां बना कर ठगी करते थे। गिरोह के सदस्य शादी कराने के नाम पर गरीब और असमर्थ लोगों से पैसे लेकर शादी कराते थे, जो नोटरी पर होती थी। फिर दुल्हन बनी युवती कुछ दिन तक दूल्हे के साथ रहती थी और मौका पाकर घर के जेवर और पैसे लेकर फरार हो जाती थी। अब तक इस गिरोह ने छह लोगों को निशाना बनाया था, लेकिन सातवें शिकार के दौरान पुलिस ने इस गिरोह को गिरफ्तार कर लिया।
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गिरोह के सदस्यों में जालौन के माधौगढ़ की ज्योति, कानपुर की संजना (दुल्हन और उसकी मां), विमलेश वर्मा और धर्मेंद्र प्रजापति शामिल थे, जो शिकार की तलाश करते थे। आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन, पांच हजार रुपये और दो आधार कार्ड बरामद हुए हैं।
पुलिस को शंकर उपाध्याय ने तहरीर दी थी, जिसने बताया कि गिरोह ने उसे भी शिकार बनाने की कोशिश की थी। शंकर की मुलाकात विमलेश से हुई थी, जिसने शादी कराने का झांसा दिया और डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी। जब शंकर ने दुल्हन का आधार कार्ड मांगा तो गिरोह के झूठे पहचान पत्र सामने आए, जिसके बाद उसे ठगी का एहसास हुआ और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरोह को गिरफ्तार कर लिया।