सहारनपुर। बीती 19 जुलाई को विद्युत लाइन ठीक करने गये विद्युत विभाग के जेई प्रमोद कुमार पैर फिसलने के कारण यमुना नदी में डूबे गये थे। यमुना नदी में लापता हुए जेई की तलाश स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम लगातार कर रही थी।
एनडीआरएफ की टीमें लापता जेई की तलाश करते हुए शामली तक जा पहुंची थी। लेकिन आज सहारनपुर जनपद के नकुड़ थाना क्षेत्र के गांव टाबर में यमुना नदी घाट पर एक शव बरामद हुआ। जिसकी पहचान चिलकाना के जेई प्रमोद कुमार के रूप में हुई है।
बता दे कि सहारनपुर जनपद के कस्बा चिलकाना थानाक्षेत्र में बीती 19 जुलाई को बिजली के गिरे खंभों को ठीक कराने पहुंचे जेई प्रमोद कुमार अचानक पैर फिसलने से यमुना नदी में बाढ़ के पानी में बह गए थे। तलाश कराने पर भी जेई का कोई सुराग नहीं लगा। बुधवार को करीब एक सप्ताह बाद जेई का शव यमुना नदी के आबर गांव के घाट से बरामद हो गया है। जेई प्रमोद कुमार मूलरूप से लखनऊ के निवासी थे। उनके दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी कक्षा 10 में पढ़ रही है। छोटा बेटा कक्षा छह में पढ रहा है। दो वर्ष पहले ही वह सलेमपुर बिजली घर नियक्त हुए थे।
जानकारी के मुताबिक पठेड़ बिजलीघर से संबंधित गांव सोंधेबास तथा गाजदीनपुर में बिजली चिलकाना क्षेत्र से पहुंचती है। पिछले सप्ताह यमुना में आई बाढ़ से नदी में खड़े पांच खंभे गिर गए थे। एक सप्ताह से यमुनापार के दोनों गांव में विद्युत आपूर्ति बंद थी। विद्युत आपूर्ति सुचारू करने के लिए सलेमपुर बिजलीघर से संबंधित अवर अभियंता प्रमोद कुमार विभागीय टीम के साथ नदी में पहुंचे थे। जहा वह नदी में गिर गए और खंभों को ठीक कराते समय अवर अभियंता नदी के पानी में चले गए।
उसी समय तेज बहाव के चलते अवर अभियंता नदी में बह गए। नदी में कार्य कर रहे विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने शोर मचाया और आसपास के लोगों को एकत्र किया। कर्मचारियों ने जिले के विभागीय अधिकारियों को सूचना दी। तकरीबन एक सप्ताह बाद आज जेई का शव यमुना नदी के आबर गांव के घाट से बरामद हो गया है।