गाजियाबाद। गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित गंग नहर में बीते तीन दिनों से एनडीआरएफ और लोकल पुलिस की टीम शीबा नाम की युवती का शव तलाश कर रही है। फिलहाल, टीम को कोई सफलता नहीं मिली है। शीबा को हिंदू लड़के से प्यार था और वह उससे शादी करने की जिद पर अड़ी थी। जिसके चलते उसके सगे भाई ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और गाजियाबाद के गंग नहर में शव को फेंक दिया था।
पुलिस इस मामले में दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपी भाइयों ने पहचान छिपाने के लिए मृतका का हिजाब, सैंडल, आधार कार्ड सहित अन्य सामान बैग में रख लिया था। उनका मकसद शीबा को हमेशा के लिए लापता दिखाने का था, ताकि किसी को कुछ पता ही न चले। अपने मोबाइल भी वो दिल्ली छोड़कर आए थे, जिससे लोकेशन ट्रैस न हो।
गनीमत रही कि पुलिस गश्त कर रही थी और दोनों संदिग्ध पकड़ लिए गए। मिली जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर में पुर बालियान निवासी अख्तर का परिवार फिलहाल रुड़की (हरिद्वार) के सिविल लाइन इलाके में रह रहा है। अख्तर की 18 वर्षीय बेटी शीबा का करीब दो साल पहले हिन्दू लड़के से प्रेम-प्रसंग हो गया। ये बात परिवार सहित अन्य लोगों को भी पता चल गई। जिसके बाद परिवार की सामाजिक रूप से इज्जत खराब होने लगी।
ये देख परिजनों ने शीबा का स्कूल जाना बंद करा दिया। अभी करीब दो महीने पहले उन्होंने शीबा को दिल्ली के शाहदरा में रहने वाले उसके चचेरे भाई महताब के घर पर भेज दिया। पता चला कि शीबा का यहां भी अपने प्रेमी से बात करना जारी रहा। अब वो बॉयफ्रेंड से शादी की जिद तक कर रही थी। जिसके बाद उसके मर्डर की प्लानिंग बनाई गई।
सगा भाई सूफियान और चचेरा भाई महताब उसको घुमाने के बहाने 16 दिसंबर की शाम गाजियाबाद-मेरठ मार्ग पर मुरादनगर गंगनहर पर लाए। यहां गमछे से गला दबाकर हत्या की और लाश नहर में फेंक दी। इस प्रकरण में दोनों भाई गिरफ्तार हैं।
डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि पुलिस को आरोपियों से एक बैग बरामद हुआ है। इस बैग में मृतका का हिजाब, सैंडल, आधार कार्ड, गमछा सहित अन्य सामान रखा हुआ मिला है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे चाहते थे कि किसी भी तरह शव की पहचान न हो। इसलिए मृतका के शरीर से हत्या के बाद हिजाब उतार लिया था। उसके अन्य कुछ कपड़े भी उन्होंने बैग में रख दिए थे।
आरोपी दिल्ली से ऑटो में सवार हुए। वे कुल तीन ऑटो बदलकर गाजियाबाद के कस्बा मुरादनगर में गंगनहर तक पहुंचे। गंगनहर पटरी पर वे करीब डेढ़ किलोमीटर तक पैदल चले। शीबा को अपने मर्डर की जरा भी भनक नहीं थी। क्योंकि, वो उसको घुमाने के बहाने यहां तक लाए थे। शनिवार शाम से ही शव की तलाश कराई जा रही है। इस काम में एनडीआरएफ और पुलिस टीमें लगी हैं। अभी तक शव का पता नहीं चल सका है। आसपास के थाने और जनपदों को भी अलर्ट कर दिया गया है।