सोनीपत। सोनीपत के गांव चिटाना निवासी उत्तम (23) बिजली निगम में ठेके पर काम करता था। उसने बुधवार को जहरीला पदार्थ खाया। इससे उसकी मौत हो गई। उसके छोटे भाई तरुण को अपने बड़े भाई उत्तम की मौत की सूचना मिली ताे वह विचलित हो उठा। तरुण ने फांसी का फंदा लगा लिया।
ग्रामीणों ने उसे फंदे पर लटका देखा तो नीचे उतारा, उसकी सांसें चल रही थी, लेकिन हालत गंभीर थी। अस्पताल लेकर गए जहां उसकी हालत भी गंभीर बनी हुई है। मृतक उत्तम के परिजनों ने फाइनेंस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है और वही पुलिस ने गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है।
अस्पताल में आए मृतक उत्तम सिंह के पिता कश्मीर ने बताया कि उत्तम सिंह के नाम टाटा 407 गाड़ी रजिस्टर्ड है। फाइनेंस कंपनी पर आरोप लगाया कि उनको किश्तें भरने के लिए परेशान किया जा रहा था। उसी के दबाव में आकर उत्तम ने बुधवार सांय जहर खा लिया। परिजनों का कहना है कि सात किस्त पहले भरी जा चुकी हैं, आठवीं किस्त भरने के लिए फाइनेंस कंपनी ने उन पर मानसिक रूप से दबाव बनाया था।
किस्त लेट हुई तो बार-बार कॉल करके दबाव डाला गया। उत्तम सिंह ने जहर खाने के बाद फोन से अपना संदेश रिकॉर्ड किया। उत्तम सिंह ने जहर खाकर फाइनेंस कंपनी के प्रतिनिधि को रिकॉर्डिंग भेजी है। इसमें कहा कि मैंने जहर खा लिया है और हमारे घर लोन के लिए किसी को मत भेजना। आरोप है कि जहर खाने के उपरांत भी फाइनेंस कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा बार-बार कॉल किए गए।
मृतक उत्तम सिंह के पिता कश्मीर का कहना है कि उन्होंने फाइनेंस कंपनी को आश्वासन दिया था कि जल्दी किस्त भर दी जाएगी, उसके बावजूद भी घर आकर दो युवकों द्वारा उन पर नाजायज दबाव डाला गया। ऑडियो में उत्तम ने कहा कि लोन को करा देना माफ, मैंने जहर की गोली को खा लिया है, हमारे घर आदमी मत भेजना। जांच अधिकारी सतीश कुमार ने बताया कि अभी परिवार के बयान ले रहे हैं नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।