लखनऊ – समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान पिछले दस सालों में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ चुकी है।
श्री यादव ने बुधवार को जारी बयान में कहा है कि भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियाें के चलते महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। नौजवान, किसान, मजदूर संकट में है। भाजपा की दस साल की सरकार में अमीर गरीब के बीच खाईं बहुत बढ़ गयी है। इस सरकार में जहां चंद पूंजीपतियों की सम्पत्ति बढत़ी जा रही है वहीं मध्यम वर्ग और गरीब मुश्किल में है।
उन्होने कहा कि गरीब के सामने जीवनयापन की चुनौती है। युवाओं के सामने नौकरी, रोजगार का संकट है। जिन युवाओं को कोई काम मिल भी गया है, वे बेहद तनाव और दबाव में काम करने पर मजबूर है।
भाजपा सरकार की नाकाम आर्थिक नीतियों के कारण कम्पनियों का काम-कारोबार इतना घट गया है कि वे अपना व्यवसाय और व्यापार को बचाने के लिए कर्मचारियों से कई गुना काम करवाती हैं जिनके कारण कर्मचारियों को मानसिक और शारीरिक समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। लोग नौकरी को विवशतावश कर रहे हैं। नौकरी पेशा लोगों की हालत बंधुआ मजदूरों से बदतर हो गयी है।
श्री यादव ने कहा कि देश में नौकरी पेशा लोगों को भाजपा से कोई उम्मीद नहीं रह गयी क्योंकि भाजपा उन पूंजीपतियों के पैसों से ही फली-फूली है, जो कर्मचारियों का शोषण करके अपने मुनाफा को बेतहाशा बढ़ाते हैं। उस मुनाफाखोरी का हिस्सा भाजपा के साथ बांटते हैं।