नई दिल्ली। चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के दो नए न्यायाधीशों को पद की शपथ दिलाई। जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह और आर. महादेवन ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 34 हो गई है। पिछले हफ्ते सीजेआई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह और मद्रास हाई कोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस आर. महादेवन को शीर्ष अदालत में पदोन्नत करने की सिफारिश की थी।
कॉलेजियम की सिफारिशों पर केंद्र ने मंगलवार को न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह और आर. महादेवन की नियुक्ति को मंजूरी दे दी। शीर्ष अदालत के कॉलेजियम ने कहा था कि उसने सर्वोच्च न्यायालय में नियुक्ति के लिए सिफारिश करते समय वरिष्ठता, योग्यता, निष्ठा, क्षेत्र, लिंग और समुदाय की विविधता और समाज के हाशिए पर पड़े और पिछड़े वर्गों को शामिल करने जैसी जरूरी बातों को ध्यान में रखा है। जस्टिस कोटिस्वर सिंह मणिपुर से हैं। अक्टूबर 2011 में वो गुवाहाटी हाई कोर्ट के जस्टिस के रूप में नियुक्त किए गए थे। पिछले साल फरवरी में उन्हें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
कॉलेजियम ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति से पूर्वोत्तर को प्रतिनिधित्व मिलेगा और विशेष रूप से वे मणिपुर से सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त होने वाले पहले न्यायाधीश होंगे। न्यायमूर्ति आर. महादेवन मद्रास हाई कोर्ट के सेवारत न्यायाधीशों के क्रम में तीसरे स्थान पर थे और वहां कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में काम कर रहे थे।” कॉलेजियम ने कहा कि पिछड़े समुदाय को प्रतिनिधित्व देने के लिए न्यायमूर्ति महादेवन को प्राथमिकता दी गई है। कॉलेजियम ने कहा, “न्यायमूर्ति महादेवन तमिलनाडु राज्य के पिछड़े समुदाय से हैं। उनकी नियुक्ति से पीठ में विविधता आएगी।