नई दिल्ली। भारत में रेल में यात्रा करने के लिए बनने वाली वेटिंग लिस्ट की समस्या जल्दी ही समाप्त हो जाएगी। भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। वेटिंग लिस्ट की समस्या समाप्त करना रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। रेल मंत्री ने स्पष्ट किया है कि भारतीय रेल में वेटिंग लिस्ट को हमेशा-हमेशा के लिए समाप्त कर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि भारत की रेलवे पूरी दुनिया में चौथे नम्बर पर आती है। भारत की रेल एशिया में दूसरे नम्बर पर आती है। भारत में रेल की शुरूआत वर्ष-1853 में हुई थी। भारत की रेलवे का नेटवर्क पूरे भारत में 68 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। भारत में प्रतिदिन 13 हजार से अधिक ट्रेन चलती हैं। भारत में 8 हजार से अधिक रेलवे स्टेशन हैं। भारत में हर साल लगभग 700 करोड़ यात्री भारतीय रेल में सफर करते हैं। वर्ष-2030 तक भारत की रेल में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढक़र एक हजार करोड़ होने का अनुमान जताया गया है
भाजपा नेता अश्वनी वैष्णव लगातार दूसरी बार भारत के रेल मंत्री बनते ही उन्होंने अपनी प्राथमिकता गिनवाई हैं। उनका कहना है कि रेलवे का व्यवस्थित ढंग से संचालन भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने दोहराया कि हम वर्ष-2032 तक रेल की वेटिंग लिस्ट की समस्या समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। रेल मंत्री ने बताया कि रेल की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए भारत सरकार रेलवे के नेटवर्क पर एक लाख रूपए से अधिक खर्च करेगी। इतनी रेल खरीदी जाएंगी जिन्हें चलाकर वेटिंग लिस्ट का झंझट हमेश-हमेशा के लिए समाप्त कर दिया जाएगा।