मुजफ्फरनगर। करीब 2 माह पहले हुई खतौली थाने के होमगार्ड की मौत का राज अब खुल सकता है। एफआईआर दर्ज न होने के कारण इस मामले में विवेचना नहीं हो पाई थी। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने एक्सीडेंटल मौत की धाराओं में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खतौली थाना क्षेत्र के गांव अतरपुर निवासी होमगार्ड मनोज कुमार 23 जनवरी की रात को ड्यूटी पूरी कर खतौली से गांव की ओर जा रहा था। जानसठ रोड पर पहुंचा तो वहां एकत्र भीड़ को देखने के लिए रुक गया।
आरोप है कि इसी दौरान सफेदा रोड मिल की ओर से आई बाइक ने मनोज को टक्कर मार दी। जिससे घायल होने पर अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। होमगार्ड मनोज की पत्नी बरखा ने इस मामले में सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर
बताया था कि एक्सीडेंट से मौत होने के बावजूद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी।
यशपाल पुत्र सत्यपाल निवासी पीपलहेड़ा ने कोर्ट में पेश होकर घटना की सत्यता बताई थी। सीजेएम कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर होमगार्ड की एक्सीडेंटल मौत की गुत्थी को सुलझाना शुरू कर दिया है।
प्रभारी निरीक्षक थाना खतौली संजीव कुमार का कहना है कि शुरुआती जांच में सामने आया था कि होमगार्ड की मौत एक्सीडेंट से नहीं हुई। उन्होंने बताया कि अब कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है।