Friday, January 10, 2025

सर्वे का खुलासा, पहलवानों के विरोध से भाजपा को हो सकता है चुनावी नुकसान, ज्यादातर लोग बृजभूषण की गिरफ्तारी के समर्थन में

नई दिल्ली | भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के आरोपों पर जनता की राय जानने के लिए सीवोटर द्वारा आईएएनएस के लिए किए गए एक विशेष सर्वेक्षण से पता चलता है कि अधिकांश भारतीयों को लगता है कि विरोध प्रदर्शनों का भाजपा पर नकारात्मक चुनावी प्रभाव पड़ेगा।

सीवोटर सर्वे में एक सवाल था: क्या आपको लगता है कि पहलवानों और बृजभूषण शरण सिंह के विवाद से बीजेपी को चुनावी नुकसान होगा? इस पर लगभग 47 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि इससे बहुत अधिक नुकसान होगा, जबकि 17.6 प्रतिशत को लगता है कि यह कुछ हद तक प्रभावित करेगा। इसके विपरीत, 23 प्रतिशत से कम का मानना है कि पहलवानों के विरोध का कोई चुनावी प्रभाव नहीं पड़ेगा। करीब 54 फीसदी एनडीए समर्थक मानते हैं कि बीजेपी को चुनावी नुकसान होगा।

पहलवानों द्वारा विपक्षी दलों का खुला समर्थन लेने से एनडीए समर्थक खुश नहीं हैं। करीब 51 फीसदी का मानना है कि पहलवानों के लिए विपक्षी दलों का समर्थन लेना गलत है। विपक्षी पार्टियों के करीब 54 फीसदी समर्थक इसे सही मानते हैं। मतदाता इस मुद्दे पर स्पष्ट रूप से विभाजित दिखाई देते हैं।

सर्वेक्षण से पता चलता है कि देश के अधिकांश लोग न केवल उन महिला पहलवानों का समर्थन करते हैं, जिन्होंने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं, बल्कि यह भी चाहते हैं कि पुलिस आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।

सर्वे के दौरान पूछा गया एक सवाल था: क्या आप जांच पूरी होने से पहले ही बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की पहलवानों की मांग का समर्थन करते हैं? कुल 56 प्रतिशत के करीब प्रतिभागियों ने इसका उत्तर ‘हां’ में दिया जबकि मात्र 27 प्रतिशत ने उन्हें गिरफ्तार करने से असहमति जताई। पार्टी लाइन पर देखें तो करीब दो-तिहाई विपक्षी समर्थक मांग से सहमत हैं, वहीं 43 फीसदी से ज्यादा एनडीए समर्थकों ने भी मांग से सहमति जताई है।

सर्वेक्षण से पता चलता है कि मामले दिल्ली पुलिस की अब तक की कार्रवाई से ज्यादातर लोग संतुष्ट नहीं हैं। लगभग 59 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे बृजभूषण सिंह के खिलाफ कुछ महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों की जांच करते हुए दिल्ली पुलिस द्वारा अब तक की गई कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। इसके विपरीत, 30 प्रतिशत से कम लोगों ने दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर संतोष व्यक्त किया।

गौरतलब है कि एनडीए को समर्थन और वोट देने वाले करीब 47 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ असंतोष व्यक्त किया। महिला पहलवान पहली बार जनवरी 2023 में सिंह के खिलाफ अपने आरोपों के साथ सार्वजनिक हुईं, इसके बाद खेल मंत्रालय ने आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया।

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