शामली। जिले में नारकोटिस की प्रतिबंधित दवाईयों के लगातार मेडिकल स्टोर संचालकों द्वारा क्रय किए जाने की शिकायत पर सहारनपुर व मुजफ्फरनगर के औषधि निरीक्षकों ने पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। अचानक शामली पहुंची औषधि निरीक्षकों की टीम को देखकर अनैतिक कार्य करने वाले मेडिकल स्टोर संचालकों में हडकंप मच गया और आधे से ज्यादा मेडिकल स्टोर संचालक दुकाने बंद कर नौ दो ग्यारह हो गए।
शुक्रवार को मंडल सहारनपुर से सहायक आयुक्त औषधि के आदेश पर सहारनपुर और मुजफ्फरनगर के औषधि निरीक्षकों की टीम शामली पहुंची। उन्होंने शहर के अस्पताल रोड पर पहुंचकर नारकोटिस की प्रतिबंधित दवाईयों के बेचे जाने की शिकायत पर जांच पडताल की तो मेडिकल स्टोर संचालकों में हडकंप मच गया। जिसके बाद अधिकांश मेडिकल स्टोर संचालक अपने दुकाने बंद कर मौके से फरार हो गए। शहर के भिक्की मोड, अग्रसैन पार्क रोड, अस्पताल रोड पर अधिकर मेडिकल स्टोर बंद हो गए थे। टीम ने हनुमान धाम के पास इशिका फार्मा का निरीक्षण किया। मंडल स्तर पर हुई इस कार्रवाई में शामली की औषधि निरीक्षक निधि पांडे को शामिल नही किया गया था। टीम ने नारकोटिस की दवाईयों की गहनता से जांच की। मेडिकल स्टोर के स्टोक व कागजातों की जांच की गई।
औषधि निरीक्षक सहारनपुर लवकुश प्रसाद ने बताया कि मेडिकल स्टोर संचालकों को प्रतिष्ठान बंद नही करने चाहिए।निरीक्षण के दौरान बिल बाउचर मांगे गए हैं/ जिले में मेडिकल स्टोर संचालकों के बीच चल रही राजनीति सुर्खियों में बनी रहती है। मेडिकल स्टोर की आड में किए जा रहे गडबड घोटालों को लेकर कई बार मेडिकल स्टोर संचालक आमने सामने आकर एक दूसरे पर आरोप प्रतिआरोप लगा चुके है। जिले में मेडिकल स्टोर से संबंधित दो गुट हैं। जिनके द्वारा एक दूसरे की शिकायतें आलाधिकारियों से की जाती हैं। इन सब के बीच शुक्रवार को मंडल सहारनपुर से सहायक आयुक्त औषधि के आदेश पर सहारनपुर से ड्रग इंस्पेक्टर लव कुश प्रसाद व मुजफ्फरनगर से इंस्पेक्टर पवन कुमार शाक्य निरीक्षण के लिए शामली पहुंचे थे। औषधि विभाग की टीमों के शामली पहुंचने की सूचना पर जिला मुख्यालय पर स्थित अधिकांश मेडिकल स्टोर के शटर गिर गए और संचालक मौके से फरार हो गए।