कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बताया कि रूस द्वारा बंधक बनाए गए 49 यूक्रेनी सैनिक और नागरिक वापस लौट आए हैं। कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, रूस से वापस लौटे 49 लोगों में सशस्त्र बल, नेशनल गार्ड, नेशनल पुलिस और सीमा रक्षकों के कर्मी भी शामिल हैं। समन्वय मुख्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि कुल 23 महिलाओं को वापस लाया गया है, जिन्हें रूस ने बंधक बनाकर रखा था।
रिहा किए गए लोगों में क्रीमियन तातार लेनी उमेरोवा भी शामिल हैं। उन्हें साल 2022 में जॉर्जियाई-रूसी सीमा से रूस ने हिरासत में लिया था। वह अपने कैंसर से पीड़ित पिता की देखभाल के लिए क्रीमिया गई थीं। इसके अलावा सैन्य चिकित्सक विक्टर इवचुक को भी रिहा किया गया है। कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, सशस्त्र बलों के कर्नल और मारियुपोल में एक सैन्य अस्पताल के प्रमुख विक्टर इवचुक को अप्रैल 2022 से रूस ने बंदी बनाया था। जेलेंस्की ने एक बयान में कहा, “”मैं अपनी पूरी टीम को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो रूसी कैद से कैदियों और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए काम करती रही। हमें अपने हर एक व्यक्ति और सैनिक को घर वापस लाना है।”
बता दें कि रूस ने जिन युद्धबंधियों को रिहा किया है, उनमें अजोव ब्रिगेड के 15 सैनिक भी शामिल हैं। ये सभी सैनिक साल 2022 में मारियुपोल शहर की सुरक्षा में तैनात थे। इस बीच, यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने भी 49 यूक्रेनी नागरिकों की रिहाई की जानकारी दी। एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने कहा, “आज हमारे 49 नागरिक, रूसी कैद से छूटकर यूक्रेन वापस लौट आए हैं। यूक्रेन के सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय रक्षक, राज्य सीमा रक्षक सेवा, राष्ट्रीय पुलिस और नागरिकों के सैनिक आखिरकार घर वापस आ गए हैं।”