नोएडा। गौतमबुद्ध नगर में लगातार पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ाने की कवायद जारी है। अब, यहां 100 एसी ई-बस चलाई जाएंगी। ये बस प्रधानमंत्री ई-बस योजना के तहत चलाई जाएंगी। बस चलने से पहले नोएडा प्राधिकरण तीन प्रमुख शहरों के बस मैनेजमेंट का अध्ययन कर रहा है। इसमें अहमदाबाद, बेंगलुरु और पूना शामिल हैं।
सीईओ लोकेश एम ने बताया कि इस तीनों शहरों के बस मैनेजमेंट मॉडल और वित्तीय मॉडल को देखा जा रहा है। इसके बाद यहां बस का मॉडल तैयार किया जाएगा। जिसके साथ बसों को ऑपरेट किया जाएगा। बसों के संचालन की जिम्मेदारी परिवहन विभाग की होगी। रूट और इन्फास्ट्रक्चर प्राधिकरण देगा। इसके लिए निर्देश दिए गए हैं।
नोएडा के सेक्टर 80 में सिटी बस टर्मिनल और सेक्टर 90 में एनएम आरसी का डिपो है। सेक्टर-90 में बसों की चार्जिंग के लिए चार नए स्टेशन बनाए जाने है। यहां बसों को चार्ज किया जाएगा। ये सभी बस 35 सीटर होंगी। ये दिखने में मेट्रो फीडर की तरह छोटी होंगी ताकि आसानी से बिना ट्रैफिक कंजप्शन के नोएडा की सड़कों पर चल सके।
लोकेश एम ने बताया कि इन बसों को लाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। हम बेस्ट शहरों की सिटी बस मैनेजमेंट को देख रहे हैं। इससे बसों के संचालन में कोई दिक्कत नहीं होगी और न ही कंपनी को लॉस उठाना पड़ेगा।
दरअसल, पिछली बार एनएमआरसी ने सिटी बस सेवा का संचालन नोएडा में किया था। जिसके तहत यहां एसी बसें चलाई गई थी। लेकिन, कुछ साल में ही घाटे के कारण इस सेवा को बंद कर दिया गया। इन बसों को उन रूटों पर चलाया जाएगा, जहां सवारी आसानी से मिल सके। जैसे ग्रेनो वेस्ट से नोएडा के समीप के मेट्रो तक, इसी तरह डीएससी रोड, एक्सप्रेसवे, ग्रेटर नोएडा से नोएडा के बीच, औद्योगिक सेक्टरों को जोड़ते हुए। इससे पहले भी कई रूट तैयार किए गए। लेकिन, अब दोबारा से रूटों का अध्ययन किया जाएगा और नए रूटों को फाइनल किया जाएगा।