अजमेर। अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में पहली बार ऊंटों की रैली निकाली जाएगी। वहीं गायों का दूध निकालने का कॉम्पिटिशन होगा। तीन मिनट में जो गाय सबसे ज्यादा दूध निकालेगा, उसे सम्मानित किया जाएगा। दो नवंबर से शुरू होने वाले पुष्कर मेले के कार्यक्रमों को प्रशासन अंतिम रूप देने में जुटा है। मेले को लेकर होटल और रिसॉर्ट भी करीब 70 प्रतिशत बुक हो चुके हैं। हर साल की तरह इस बार भी अमेरिका, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, जापान सहित 60 से ज्यादा देशों के टूरिस्ट मेला देखने आएंगे। 15 दिन के मेले को लेकर टूरिस्ट की भीड़ को देखते हुए टूर एंड ट्रैवल कंपनियां भी पैकेज दे रही है।
पर्यटन विभाग ने मेले का प्रोग्राम भी तय कर दिया है।
मेले में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, आध्यात्मिक यात्रा के साथ पशुओं की प्रतियोगिता भी होगी। पशुपालक अपने ऊंटों को मेले में लाना भी शुरू हो गए हैं। पुलिस और प्रशासन भी नियमित रूप से जायजा लेकर व्यवस्था देख रहे हैं। पुष्कर का 15 दिवसीय मेला तीन चरणों में होता है। पहले चरण का पशु मेला दीपावली के दूसरे दिन से शुरू होता है। पशुपालक अपने पशुओं को बेचने और खरीदने के लिए लेकर मेले में आने शुरू हो जाते हैं। दूसरा चरण प्रशासनिक स्तर पर कार्तिक शुक्ल गोपाष्टमी से शुरू होता है। इस दिन मेला स्टेडियम में ध्वजारोहण कर मेले का विधिवत आगाज करते हैं। इस दिन से खेलकूद और पशु प्रतियोगिता और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू होते हैं। आखिरी चरण में धार्मिक मेला देवउठनी एकादशी को शुरू होता है। पांच दिवसीय धार्मिक मेले का समापन कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर होने वाले महा स्नान के साथ होता है।
जॉइंट डायरेक्टर डॉ. सुनील घीया ने बताया कि इस बार मेले में दो खास आयोजन होंगे। पहली बार ऊंट रैली निकाली जाएगी, जिसमें सजे-धजे ऊंट शामिल होंगे। रैली पुराने मेला मैदान से शुरू होकर नए मेला मैदान तक करीब एक किलोमीटर तक निकलेगी। ऊंटों की घटती संख्या के लिए प्रचार-प्रसार करने के लिए इसका आयोजन किया जा रहा है, ताकि लोग ऊंट पालने को लेकर जागरूक हो सकें। पशुपालकों का ऊंट लेकर मेले में आना भी शुरू हो गया है। ऊंटों के अलावा घोड़े व विभिन्न प्रजाति के भी पशु आते हैं। हर बार पशुपालकों को पशु आहार खरीदने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इसके समाधान के लिए सरस डेयरी की ओर से मेले में आए पशुपालकों को सस्ती दर पर चारा उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की है। इसके साथ ही पशुपालकों के लिए अन्नपूर्णा रसोई, पर्याप्त पानी और रोशनी की व्यवस्था की जा रही है।
डॉ. घीया ने बताया कि पहली बार एक अलग तरह का गायों को लेकर कॉम्पिटिशन भी रखा गया है, जिसमें तीन मिनट में दूध निकालना होगा। गाय का दूध निकालने के लिए तीन मिनट का समय दिया जाएगा, इसमें जो सबसे ज्यादा दूध निकालेगा, उसे सम्मानित किया जाएगा। मेले में लाखों श्रद्धालु सरोवर में स्नान और मंदिरों के दर्शन के लिए आते हैं। प्रशासन की ओर से मेलार्थियों के मनोरंजन के लिए कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, जिसमें राजस्थानी लोक कलाकारों के साथ-साथ कई अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों को भी आमंत्रित किया जाता है। मेले के दौरान अनेक पशु प्रतियोगिताएं और देशी-विदेशी पर्यटकों के बीच ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की जाती है।
पुष्कर पशु मेले को लेकर दुनियाभर से टूरिस्ट का आना शुरू हो गया। मेला शुरू होने पर और भीड़ जुटेगी। इस कारण यहां के होटल, होम स्टे और गेस्ट हाउस करीब 70 प्रतिशत बुक हो गए हैं। यूरोपियन सैलानी बड़े होटल-रिसॉर्ट बुक करा रहे हैं। टूर एंड ट्रैवल्स कंपनियां मेले को लेकर पैकेज दे रही हैं, जिनमें फ्लाइट बुकिंग से लेकर होटल रिसॉर्ट, फूड आदि सब कुछ शामिल हैं। करीब 15 दिन के मेले में अमेरिका, यूरोप, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, जापान, कोरिया, यूएई, थाईलैंड, सिंगापुर सहित 60 से ज्यादा देशों के सैलानी रेगिस्तानी जहाज (ऊंट) और घोड़ों के करतब देखने आते हैं। पुष्कर में करीब 500 से ज्यादा होटल रिसॉर्ट है।
एसडीएम गौरव मित्तल ने कहा कि मेला स्थल का जायजा लेकर व्यवस्थाएं देखी जा रही है। पर्यटन विभाग ने प्रस्तावित कार्यक्रम तय कर दिए है। कलाकारों को फाइनल करना बाकी है।