नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनावी बाॅण्ड को लेकर उच्चतम न्यायालय के फैसले पर कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए आज कहा कि जिनके डीएनए’ भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर आधारित है, उन्हें भाजपा पर ऐसे आरोप लगाने का कोई हक नहीं है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर एक सवाल के जवाब में कहा कि उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ ने कोई निर्णय सुनाया है। चूंकि फैसला सैकड़ों पृष्ठों का है। इसलिए पार्टी द्वारा सुनियोजित जवाब देने से पहले व्यापक अध्ययन की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने चुनाव के लिए चंदे की व्यवस्था में सुधार के प्रयास किए हैं और चुनावी बॉन्ड जारी करना इसी कदम का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “चुनावी बॉन्ड योजना एक बहुत ही प्रशंसनीय उद्देश्य के लिए लाई गई थी- चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता लाना और चुनावों के दौरान नकदी के प्रवाह को कम करना। यहां तक कि दानकर्ता भी गोपनीयता चाहते थे… यह एकमात्र प्रयास नहीं है जो प्रधानमंत्री श्री मोदी ने चुनाव प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता लाने के लिए किया था।”
कांग्रेस द्वारा चुनावी बॉन्ड को मोदी सरकार की काला धन सफेद करने की’ योजना बताए जाने के आरोपों पर उन्होंने विपक्षी पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा,” जिन दलों का डीएनए’ भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर आधारित है, उन्हें भाजपा के खिलाफ ऐसे आरोप नहीं लगाने चाहिए।”
चुनावी बॉन्ड द्वारा विपक्षी दलों को चुनाव में समान अवसर देने से वंचित करने के आरोपों पर उन्होंने कहा, “कौन मैदान में है और कौन मैदान से बाहर है, यह जनता तय करती है। जनता ने कुछ पार्टियों को मैदान से बाहर कर दिया है और वे अब उन क्षेत्रों में एक भी सीट नहीं जीत सकते जो उनके गढ़ हुआ करते थे।”