Thursday, October 10, 2024

नोएडा में कमीशन के लेनदेन में सहकर्मी की हत्या में तीन गिरफ्तार, चौथे की तलाश में जुटी पुलिस

नोएडा। थाना दादरी क्षेत्र में हायर कंपनी के पास बीते सोमवार को मिले एक अज्ञात व्यक्ति की शव की पहचान के साथ ही पुलिस ने हत्या के आरोप में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त मृतक के साथ करने वाले कर्मचारी बताये जा रहें हैं। यह हत्या कमीशन के रुपये के लेनदेन को लेकर की गई थी।

हत्या के खुलासे के संबंध में डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने जानकारी देते हुए बताया कि मूलरूप से हरियाणा के जनपद फरीदाबाद के रहने वाले अमित कुमार ग्रेनो वेस्ट की ऐस सिटी सोसाइटी में अपनी पत्नी मनीषा और एक बच्ची के साथ रहते थे। वह बैंक से लोन दिलाने और रिकवरी एजेंट का काम करते थे। अमित कुमार की पत्नी मनीषा ने पुलिस को बताया कि रविवार की रात करीब 11.15 बजे उनके पति अमित के पास किसी का फोन आया। इसके बाद वह घर से निकले और यह कह कर गए थे कि 15 मिनट में वापस आ रहा हूं। इसके बाद वह वापस घर नहीं लौटे और उनका फोन बंद हो गया। सोमवार की सुबह मनीषा ने पति के लापता होने की सूचना थाना बिसरख पुलिस को दी।

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पुलिस ने गुमशुदगी दर्जकर अमित की तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला। इसी दौरान सोमवार की सुबह दादरी क्षेत्र में हायर कंपनी के समीप सड़क किनारे एक अज्ञात शव पड़ा मिला। दादरी पुलिस ने शव की पहचान ऐस सिटी सोसाइटी के रहने वाले अमित कुमार के रूप में की। पुलिस ने अमित की पत्नी को मोबाइल में शव का फोटो दिखाया था। पत्नी ने फोटो देखकर शव की पहचान की। इसके बाद अमित की पत्नी ने दादरी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया।

 

उन्होंने बताया कि थाना दादरी पुलिस हत्या की घटना का सफल अनावरण करते हुए आज हिमान्शु पुत्र मोहन, ओमप्रकाश उर्फ शिवम उर्फ बेलू पुत्र छोटेलाल तथा सचिन तंवर उर्फ संदीप पुत्र ईश्वर सिंह को आज हायर कंपनी की तरफ से मायचा जाने वाले रोड से गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि तीनों अभियुक्तों ने पूछने पर बताया कि हम तीनों व हमारा चौथा साथी रमेश उर्फ रामा, मृतक अमित कुमार के साथ काम करते थे, हम सब मिलकर कमीशन का लालच देकर फर्जी ग्राहक बनाकर उनके आधार कार्ड लेकर आधार कार्ड में पता व मोबाइल नम्बर बदलवाकर फर्जी पे स्लिप के आधार पर बैंक में खाता खुलवाकर बैंक से फर्जी लोन स्वीकृत करा लेते हैं। लोन पास होने पर उसका कमीशन हम सभी लोग आपस में बांट लेते हैं, लेकिन अमित कुमार के द्वारा कई लोन के मामलों में हमारा हिस्सा नहीं दिया गया था। जिसकी वजह से हम तीनों ने अपने चौथे साथी रमेश उर्फ रामा के साथ मिलकर अमित की हत्या कर दी थी।

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