काहिरा। मिस्र के अलेक्जेंड्रिया शहर में एक पुलिस अधिकारी ने दो इजरायली पर्यटकों और मिस्र के एक नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी है।
द गार्जियन ने समाचार वेबसाइट काहिरा 24 के हवाले से बताया कि हमला कथित तौर पर अलेक्जेंड्रिया के सेरापियम पर हुआ, जो तटीय शहर के केंद्र में एक प्राचीन रोमन स्मारक है।
खबर में कहा गया है कि मिस्र की खुफिया सेवाओं से जुड़ी एक समाचार वेबसाइट काहिरा 24 ने कहा कि क्षेत्र में सुरक्षा सेवा के साथ काम कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने मंदिर का दौरा करने वाले एक इजरायली पर्यटक समूह पर “अपने निजी हथियार से” अंधाधुंध गोलियां चलाईं।
उन्होंने कहा, “पुलिस अधिकारी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।” एक घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
यह हमला देश में गाजा से जुड़ी में हिंसक घटनाओं वृद्धि का एक और उदाहरण है। गाजा पट्टी की सीमा से लगे इजरायली क्षेत्रों में फिलिस्तीनी आतंकवादियों द्वारा एक दुर्लभ घुसपैठ और इजरायल की उत्तरी सीमा पर हिजबुल्लाह और इजरायली सेना के बीच चल रही गोलीबारी के बीच यह घटना हुई है।
मिस्र और इज़राइल ने 1979 में एक शांति संधि पर हस्ताक्षर किए और हाल के वर्षों में बहुत करीबी जनसंपर्क बनाए हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा की 2017 में हुई बैठक में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ करीबी बातचीत करते हुए नजर आए थे।
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र के अधिकारियों, विशेष रूप से शीर्ष खुफिया अधिकारी अब्बास कामेल ने गाजा में शांति स्थापना के प्रयास में फिलिस्तीनी आतंकवादी समूहों के साथ बातचीत में मध्यस्थता में अग्रणी भूमिका निभाई है। इसके बावजूद कि मिस्र ने गाजा पट्टी के साथ अपनी सीमा बंद कर दी है।
मिस्र सरकार का अपने इजरायली समकक्षों के साथ अपने मधुर संबंधों को तेजी से और सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करने का निर्णय विरोध-प्रदर्शनों और स्वतंत्र अभिव्यक्ति पर रोक के साथ आया है, जिससे फिलिस्तीनी अधिकारों के समर्थन में विरोध-प्रदर्शनों में कमी आई है।