फिरोजाबाद। साइबर अपराध पुलिस टीम ने सोमवार को लोन के नाम पर ठगी करने वाले अन्तरजनपदीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। अपर पुलिस अधीक्षक नगर सर्वेश कुमार मिश्रा ने इस्लामियां कॉलेज के ग्राउण्ड से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त युवराज उर्फ गौरव मूलरूप से जनपद मथुरा, आगरा का रहने वाला मनीष यादव और रोहित यादव भोले-भाले लोगों को लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते हैं। इनके पास से तीन मोबाइल फोन, 31,500 रुपये नगद, लोन के फर्जी फॉर्म , पैम्प्लेट और आठ फर्जी आधार कार्ड, सात फर्जी बैंक पहचान पत्र व अन्य सामान बरामद हुआ है।
एएसपी ने बताया कि पीड़ित राजू कुशवाहा ने थाना उत्तर पर तहरीर दी थी। इसमें बताया कि 29 जनवरी को स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया, जैन मन्दिर के पास से दो युवकों ने लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करते हुये मेरे मोबाइल से 50,000 रुपये का फ्रॉड कर लिया था। इस मामले में पीड़ित का मुकदमा दर्ज कर जांच के बाद अभियुक्तों के गिरफ्तारी की गई है।
एएसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने स्वीकारा कि हम लोग बिजनेस लोन दिलाने के नाम पर विभिन्न जनपदों आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बुलन्दशहर, एटा, मथुरा आदि में फर्जी पैम्प्लेट चस्पा कर बांट कर प्रचार-प्रसार करते हैं। जब कोई व्यक्ति हमारे पास लोन के सम्बंध में जानकारी के लि फोन करता है तो हम व्हाट्सअप के जरिये उसके आधार कार्ड, पैन कार्ड की फोटो मंगा कर फर्जी लोन डिटेल भेज कर बाद में उसे किसी बैंक के आस-पास बुला लेते हैं और अपने पास रखे फर्जी लोन के फॉर्म भरवाते हैं। साथ ही आने वाले व्यक्ति को ये बता दिया जाता है कि जितने रुपये का लोन वह लेना चाहता है उसका 20 प्रतिशत उसके खाते में होना जरूरी है।
इस दौरान केवाईसी वैरिफिकेशन करने के नाम पर उसका मोबाइल ले लेते हैं और उसे बातों में लगा कर उसके खाते से रुपये ट्रांसफर कर लेते हैं। कभी-कभी अगर कोई व्यक्ति एटीएम लाता है तो उसे पुराना बता कर उसका पिन कोड वैरिफिकेशन के नाम पर पता कर के अपने साथियों की मदद से किसी अन्य एटीएम से पैसे निकाल लेते हैं। इस तरह जो ठगी का पैसा मिलता है उसे आपस में बांट कर अपना खर्चा करते हैं।