जलालाबाद। पंजाब नेशनल बैंक में लोन धोखाधडी मामले में पीडित ने चौतरफा दबाव व न्याय नहीं मिलने के चलते सल्फास का सेवन कर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की। जलालाबाद के एक निजी चिकित्सक के यहां इलाज करा रहे पीडित ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी के यहां पीडित के ब्यान होने थे, परन्तु सीओ आफिस में आरोपियों की उपस्थिति से वह बेहद तनाव में आ गया था।
प्रकरण के बाद पंजाब नेशनल बैंक जलालाबाद में विगत दो वर्षों में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन की उच्चस्तरीय जांच की मांग उठ रही है। जलालाबाद के ग्राम चन्देनामाल निवासी सोनू पुत्र कंवरपाल ने विगत दिनों पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारियों व बैंक में दलाली का कार्य करने वाले दो लोगों पर उसके नाम पर साढे चार लाख के प्रधान मंत्री मुद्रा लोन का तमाम पैसा हडपने का आरोप लगाया था, जिसकी विभागीय एवं सीओ थानाभवन स्तर से जांच चल रही है।
चार दिन पूर्व ही पंजाब नेशनल बैंक के एलडीएम उमाशंकर गर्ग ने शाखा में पहुचकर पीडित व बैंक कर्मचारियों के ब्यान दर्ज किये थे। पीडित ने बताया कि इसी मामले मे शुक्रवार को सीओ भवन के यहां भी पीडित उसके ब्यान होने थे, जिसके लिए पीडित अपने भाई जसबीर के साथ सीओ आफिस गया था, परन्तु वहां पर आरोपी युवक संजय राणा व कमल पहले से बैठे हुए थे, जिन्हे देखकर उसका धैर्य जवाब दे गया।
उसे लगा कि दबंग लोग उसे जीने नही देंगे, भ्रष्ट तन्त्र से वह नहीं लड पायेगा, निराशा की भावना में उसे लगा कि शायद उसे न्याय नहीं मिलेगा और बैंक की लाखों की रकम वह गरीब कैसे देगा। बिना ब्यान दर्ज कराये ही वह वहां से बाहर निकल आया तथा घर पहुंचकर गेहू की टंकी में रखा सल्फास निकालकर उसे खा लिया और घर से निकल गया, परन्तु रास्ते में ही अचानक उसकी तबीयत खराब होने लगी, तो वह खुद ही घबराकर प्राईवेट चिकित्सक के यहां ईलाज कराने पहुंच गया, जिसके बाद परिवार को सूचना कराई थी।
पीडित सोनू का जलालाबाद के निजी चिकित्सक के यहां इलाज चल रहा है। इस पूरे मामले मे पंजाब नेशनल बैंक के जिस कर्मचारी मंजीत सिंह पर आरोप लगा है, उससे इस सम्बन्ध में बात की गई कि जब पीडित द्वारा कुटेशन अजहर इण्टर प्राईजेज सहारनपुर की फर्म की दी गई थी, तो उन्होंने कविता व संजय के एकाउंट मे कैसे पैसा ट्रांसफर किया गया। इस पर मंजीत का जवाब चौंकाने वाला था कि उसने शाखा प्रबन्धक के कहने पर पैसा ट्रांसफर किया था। इस मामले पर शाखा प्रबन्धक छुट्टी पर होने के चलते उनके पक्ष की जानकारी नहीं मिल सकी।
इस पूरे मामले के बाद जलालाबाद व क्षेत्र के ग्रामीणों ने पंजाब नेशनल बैंक जलालाबाद शाखा में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के तमाम मामलों की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। लोगों का आरोप है कि बैंक मे दबंग किस्म के दलाल उपभोक्ताओं का शोषण कर रहे है, जिनकी पहुंच सोनू प्रजापति के मामले से साफ तौर पर उजागर हो गई कि तमाम सबूतों के बाद भी बैंक स्तर व पुलिस प्रशासन की जांच में भी उनके विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। उल्टा पीडित को ही न्याय नहीं मिलने से हताशा के कारण जान देने तक का असफल प्रयास करना पडा है।
क्या था पूरा मामला- गांव चन्देनामाल निवासी सोनू कुमार पुत्र कवंरपाल सिंह ने पंजाब नेशनल बैंक से प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के 4 लाख 75 हजार रुपये का लोन स्वीकृत कराया था। लोन अधिकारी मंजीत सिंह के कहने पर सभी हस्ताक्षर युक्त आवश्यक कागजात संजय राणा जो बैंक में एजेन्ट के रूप मे काम करता है को दिये थे, जिसके बाद बैंक द्वारा टर्म लोन और सीसी लोन के दो अलग-अलग खाते भी खोले गये थे। बैंक द्वारा टर्म लोन खाते में 2 लाख 85 हजार रुपये और सीसी लोन खाते में 1 लाख 90 हजार रुपये जमा किये गये थे।
सोनू कुमार का आरोप है कि 1 दिसम्बर 2022 को प्रार्थी को बिना बताये उसके खाते से 3 लाख 5 हजार रुपये कविता खाते में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रास्फर कर दिये गये। इसके बाद बिना सूचित किये दिनांक 4 जनवरी 2023 को 1 लाख रुपये फिर से कविता के खाते में ट्रांस्फर किये गये। 23 मार्च 2023 को संजय राणा के खाते में 7 हजार 5 सौ रुपये और दिनांक 3 मई 2023 को पुन: 15 सौ रुपये संजय राणा के खाते में ट्रांसफर किये गये। पीडित सोनू कुमार का आरो है कि बिना बताये उसके खाते से 4 लाख 14 हजार रुपये की रकम अन्य खातों में ट्रांसफर की गई है।
क्या कहते है- आरोपित किये गये बैंक अधिकारी मंजीत सिंह लोन का पैसा कुटेशन के आधार पर ट्रांसफर किया गया है। इससे आगे वह कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। हालांकि बैंक अधिकारी मंजीत सिंह से जब यह पूछा गया कि कुटेशन सहारनपुर की फर्म अजहर इण्टरप्राइजेज की थी तो संजय राणा व कविता के खाते मे लाखो रूपये क्यो ट्रांसफर किये गये इसका कोई उत्तर उनके पास नही था, जिससे साफ पता चलता है कि बैंक अधिकारी व दलालो का एक बडा सिंडिकेट जलालाबाद केे पंजाब नेशनल बैंक मे बना हुआ है जो भोले भाले लोगों को मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा है। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये।