चंद्रपुर (महाराष्ट्र)। पूर्व केंद्रीय मंत्री के एक सहयोगी ने बताया कि महेश हरिश्चंद्र अहीर और उनके दोस्त हरीश धोटे आठ दिन पहले चंडीगढ़ गए थे, जिसके बाद से परिवार वालों का उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया। बीजेपी के पूर्व सांसद अहीर अभी राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) के अध्यक्ष हैं। महेश राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर के बड़े भाई हरिश्चंद्र अहीर के बेटे थे। 26 वर्षीय महेश हरिश्चंद्र अहीर और उनके दोस्त हरीश धोटे दोनों 14 मार्च को यह कहकर घर से निकले थे कि वे मध्य प्रदेश के उज्जैन जा रहे हैं। लेकिन वे दोनों उज्जैन नहीं पहुंचे और उनके मोबाइल फोन से संपर्क नहीं हो पाया।
आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री के एक सहयोगी ने बताया कि 26 वर्षीय महेश हरिश्चंद्र अहीर और उनके दोस्त हरीश धोटे 8 दिन पहले चंडीगढ़ गए थे, जिसके बाद से परिवार वालों का उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया। उन्होंने कहा, ‘‘परिवार के सदस्यों ने 15 मार्च को चंद्रपुर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई और पुलिस अधीक्षक रवींद्रसिंह परदेशी ने एक दल को चंडीगढ़ भेजा। बुधवार शाम अहीर और धोटे के शव चंडीगढ़ में पेड़ों से लटके मिले।’’ उन्होंने बताया कि दोनों के परिजन शव लाने के लिए चंड़ीगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं।
चंद्रपुर के सूत्रों ने कहा कि दोनों 14 मार्च को यह कहकर घर से निकले थे कि वे मध्य प्रदेश के उज्जैन जा रहे हैं। लेकिन वे दोनों उज्जैन नहीं पहुंचे और उनके मोबाइल फोन से संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने 15 मार्च को चंद्रपुर पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।