नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यहां कहा कि उप्र अब बीमारू राज्य नहीं, अब यह रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बन चुका है। मुख्यमंत्री योगी ने आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 42वें इंडियन इंटरनेशनल ट्रेड फेयर-2023 में पहुंचकर उत्तर प्रदेश के कारीगरों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने शिल्पकारों और एग्जिबिटर्स का उत्साहवर्धन किया।
मुख्यमंत्री योगी ने यहां उत्तर प्रदेश मंडप का उद्घाटन किया। उन्होंने व्यापार मेले में उत्तर प्रदेश पवेलियन के ओडीओपी मार्ट में हस्त निर्मित उत्पादों के विभिन्न स्टॉल्स का अवलोकन किया और कारीगरों एवं हस्तशिल्पियों से संवाद किया। उत्तर प्रदेश पवेलियन में प्रदेश के सभी जनपदों के ओडीओपी उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है।
ट्रेड शो में प्रदर्शित की जा रही उप्र की विकास गाथा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने इंटरनेशनल ट्रेड फेयर के जरिए पिछले पांच-छह वर्षों में बहुत अच्छा कार्य किया है। ऐसी उम्मीद है कि लगातार दूसरे वर्ष भी यूपी के खाते में गोल्डेन ट्रॉफी आ सकती है। योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन वोकल फॉर लोकल में यूपी का ओडीओपी पूरे प्रदेश को एक्सपोर्ट हब के रूप में स्थापित कर रहा है। इससे लाखों नौजवानों के लिए नौकरी और रोजगार के द्वार खुले हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि ट्रेड फेयर में मौजूद यूपी पॉवेलियन में ओडीओपी के साथ-साथ नये भारत के नये उत्तर प्रदश में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए क्या हो रहा है, उसे भी शोकेस करने का प्रयास हुआ है। साथ ही विभिन्न डेवलपमेंट अथॉरिटी के द्वारा यूपी का कैसे कायाकल्प किया गया है, इसे भी ट्रेड फेयर के माध्यम से प्रस्तुत करने का प्रयास हुआ है। उन्होंने कहा कि यूपी ने पिछले 6 वर्ष में बिमारू राज्य से उबरने में सफलता प्राप्त की है। आज रेवेन्यू सरप्लस स्टेट के रूप में इसकी पहचान हो रही है। यूपी में औद्योगिकीकरण के लिए एक नया माहौल बना है।
उप्र का एक्सपोर्ट हुआ तीन गुना
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश कारीगरी के लिए बहुत मशहूर है। प्रदेश में 96 लाख एमएसएमई का बड़ा क्लस्टर क्रियाशील है। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयेाजन हुआ था। तब वहां 70 हजार से भी अधिक देसी-विदेशी खरीददार आए थे। ओडीओपी के माध्यम से प्रत्येक जिले की पहचान वाले उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय मार्केट में निर्यात किए जाने पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। आज उत्तर प्रदेश का एक्सपोर्ट 86 करोड़ से बढ़कर 1.74 लाख करोड़ हो गया है, जोकि तीन गुना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा एवं डिजिटलाइजेशन के माध्यम से उत्तर प्रदेश के प्रोडक्ट देश-विदेश में पॉपुलर हो रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए एक हब तथा ग्रोथ इंजन के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि फरवरी माह में जब उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन हुआ था, तब इसके माध्यम से अबतक 38 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार में एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद सहित वरिष्ठ अधिकारीगण एवं एमएसएमई से संबंधित अफसर उपस्थित रहे।