गोरखपुर । यूपी एसटीएफ ने नशीली दवाओं के इंटरनेशनल गैंग का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ ने नशीली दवाओं की तस्करी के आरोपी सरफराज उर्फ बाबू और समीर अहमद अंसारी को गिरफ्तार किया है। दिलचस्प है कि नशीली इंजेक्शन की खेप को तस्करों ने साउंड बॉक्स के बीच में छिपाकर रखा था।
एसटीएफ ने साउंड बॉक्स से 4270 वॉयल प्रतिबंधित नशीली इंजेक्शन की खेप बरामद की है। एसटीएफ ने दोनों आरोपियों को गोरखपुर कैंट पुलिस के सुपुर्द कर उनके खिलाफ केस दर्ज कराया हैं।
गौरतलब है कि यूपी में नशीली दवाईयों के प्रतिबंध के बाद इसकी तस्करी बिहार से यूपी और नेपाल में हो रही है। इसका खुलासा गोरखपुर एसटीएफ द्वारा नशीली दवाईयों की तस्करी करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार करने के बाद हुआ। दोनों बिहार से नशीली इंजेक्शन की बड़ी खेप लेकर नेपाल में सप्लाई देने जा रहे थे। आरोपियों की पहचान सरफराज और अहमद अंसारी के रुप में हुई। दोनों आरोपी नेपाल के गुलरिहा वार्ड नंबर 6, बर्दिया के रहने वाले हैं। जबकि, सरफराज का बलिया जिले के बांसपार, बेल्थरा रोड में भी घर है।
बता दें कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से एसटीएफ ने नेपाली करेंसी, 4270 वॉयल डायजापाम इंजेक्शन के 1195 वॉयल, ब्यूप्रेनॉर्फिन इंजेक्शन (नॉर्फिन) के 1598 वॉयल, प्रोमेथाजाइन हाईड्राक्लोलाइड इंजेक्शन (फेनेर्गेन) 1485 वॉयल बरामद हुए हैं। यह सभी इंजेक्शन एबॉट कंपनी के हैं और यूपी में पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। इसके अलावा तस्करों के पास से नेपाली और इंडियन करेंसी, 4 मोबाइल, नेपाल की नागरिकता प्रमाण पत्र, दो वीजा, एक बैग, साउंड बाक्स और एक चेकबुक भी बरामद हुआ है।