ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में अप्रैल से एक बार फिर से पानी महंगा हो गया है। जैसा की तय है कि हर साल पानी के रेट में 10 फीसद की बढ़ोतरी की जाएगी, उसके मुताबिक आवासीय आवंटियों को 170 रुपए से लेकर 2000 रुपए तक अधिक चुकाने होंगे। साथ ही बिल्डर परियोजनाओं पर हर वर्ष 20 हज़ार से लेकर 1.65 लाख तक का बोझ पड़ेगा। इसके आदेश बहुत जल्द जारी कर दिए जायेंगे।
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण निवासियों को पानी की आपूर्ति करता है। जिसके बदले निवासियों से जल शुल्क वसूल किया जाता है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस शुल्क मैं हर वर्ष बढ़ोतरी करता है। गौरतलब रहे कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की 2013 में हुई 95वीं बोर्ड बैठक में एक प्रस्ताव पास हुआ था। इस प्रस्ताव के अनुसार अथॉरिटी की ओर से सप्लाई किए जाने वाले पानी के रेट में हर साल 10 फीसद बढ़ोतरी किए जाने पर मुहर लगाई गई थी। तब से हर साल ग्रेटर नोएडा में पानी के रेट में बढ़ोतरी होती आयी है।
नए रेट सभी कमर्शियल, इंडस्ट्रियल और आवासीय प्लॉट पर लागू होते हैं। तीनों श्रेणी में अगर 1000 मीटर का भूखंड है तो उसे हर महीने 707 रुपए का शुल्क देना होता है। 4 से 5 हज़ार मीटर तक के भूखंड पर यह शुल्क अभी 3539 रुपए प्रतिमाह है। इनमें अब 10% की बढ़ोतरी की जाएगी।
सामूहिक आवासीय योजनाओं और बिल्डर्स के लिए जल शुल्क की अलग दर तय है। जानकारी के मुताबिक, 5000 वर्ग मीटर तक के भूखंड के लिए 21223 रुपए, 5000 से 7500 वर्ग मीटर तक के भूखंड के लिए 26315 रुपए, 10 हज़ार से 15 हज़ार वर्ग मीटर तक के भूखंड के लिए 53056 रुपए प्रति माह जल शुल्क लिया जाता है। इसके अलावा 25 हज़ार वर्ग मीटर से 10 एकड़ तक के भूखंड पर 1,37,941 प्रति माह जल शुल्क लिया जाता है। इनमें 10 प्रतिशत की वृद्धि हो जाएगी।