नई दिल्ली। केरल के वायनाड में अपने धन्यवाद दौरे के दूसरे दिन रविवार को नवनिर्वाचित सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने क्षेत्र के लिए अपनी शीर्ष प्राथमिकताओं को गिनाया। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार, मेडिकल कॉलेज के निर्माण में तेजी लाने, पर्यटन को बढ़ावा देने और किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने में मदद करने जैसे मुद्दों को अपनी प्राथमिकता बताया।
वायनाड सांसद और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी प्रचंड जीत के लिए रविवार को मनंतवाड़ी, सुल्तान बत्तेरी तथा कलपेट्टा में जनता को धन्यवाद दिया। अपने संबोधन में प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि आदिवासी लोगों को स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं की आवश्यकता है, किसान सरकार की गलत नीतियों के कारण पीड़ित हैं और उन्हें अपनी फसलों का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। उन्होंने मानव-पशु संघर्ष का भी जिक्र किया, जिसके कारण किसानों की फसलें खतरे में पड़ जाती हैं और अक्सर जानवर उन्हें खा जाते हैं या नष्ट कर देते हैं। वायनाड सांसद ने बताया कि जिन होमस्टे मालिकों ने खूबसूरत होमस्टे बनाए हैं, उन्हें भी भूस्खलन के बाद बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
बिजली बकाया वसूलने गयी टीम को ग्रामीणों ने पीटा, जेई ने भी डंडे से की पिटाई, 3 कर्मचारी घायल
उन्होंने पर्यटन को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि अगर हम यहां पर्यटन को मजबूत करते हैं और दुनिया को यहां की खूबसूरती को प्रदर्शित करते हैं, तो वायनाड के लोगों को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे और उनकी आमदनी बढ़ेगी। वायनाड के लोगों को अपनी शानदार जीत के लिए धन्यवाद देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “आप मेरी जिम्मेदारी हैं और आपके लिए लड़ना और आपको अगले पांच वर्षों व उससे भी आगे एक बेहतर भविष्य देना मेरा कर्तव्य है।” उन्होंने कहा कि यह वायनाड के लोगों के साथ उनकी लंबी यात्रा की शुरुआत मात्र है। वायनाड के लोगों की हिम्मत और बहादुरी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि भूस्खलन की त्रासदी के दौरान उन्होंने अपनी आंखों से स्थानीय निवासियों की मानवता देखी थी।
भाजपा पर निशाना साधते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “अभी देश की भावना को बचाने की लड़ाई चल रही है। आज, हम अपने देश की आत्मा के लिए लड़ रहे हैं। हम अपने संविधान के मूल्यों के लिए लड़ रहे हैं, जिन पर हमारा देश बना है। हम जनता के मजबूत भविष्य के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं। हम एक ऐसी ताकत के खिलाफ लड़ रहे हैं, जो हमारे देश की संस्थाओं को नष्ट करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही है।” उन्होंने कहा कि यह ताकत लोगों के अधिकारों को कमजोर कर रही है और जो उनका हक है, उसे सत्ता के करीबी कुछ व्यापारियों को सौंप रही है।