नई दिल्ली। संसद परिसर में एक दिलचस्प और अनोखा माहौल देखने को मिला, जब वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और कुछ महिला सांसदों के बीच अभिवादन के दौरान एक संवाद ने ध्यान खींचा।
घटना तब शुरू हुई जब महिला सांसदों का एक समूह प्रियंका गांधी से हाथ मिलाने के लिए पहुंचा। हाथ मिलाने के दौरान उन्होंने “जय श्रीराम” कहा। प्रियंका गांधी ने पहले उन्हें “जय हिंद” के साथ जवाब दिया, लेकिन तुरंत ही उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “सुनिए, हम महिलाएं हैं, तो ‘जय सियाराम’। सीता को मत छोड़ो।”
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प्रियंका गांधी की इस प्रतिक्रिया पर महिला सांसदों ने मुस्कुराते हुए सहमति जताई। यह संवाद वीडियो में रिकॉर्ड हुआ, जिसे कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत समेत कई कांग्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया पर साझा किया।
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सुप्रिया श्रीनेत ने इस घटना की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया,“जय सियाराम। हम महिलाएं हैं, सीता को मत छोड़ो। महिला सांसदों के ‘जय श्रीराम’ अभिवादन का जवाब प्रियंका गांधी ने उस मां सीता की याद दिलाकर दिया, जिनके बिना भगवान राम का नाम अधूरा है।”
प्रियंका गांधी का यह बयान भारतीय संस्कृति में नारी शक्ति और भगवान राम व सीता के समान महत्व पर जोर देने का प्रतीक बन गया। उनका यह उत्तर न केवल राजनीतिक चतुराई का प्रदर्शन था, बल्कि यह एक गहरे सामाजिक संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है।