Sunday, April 28, 2024

अकेले हैं तो क्या हुआ

मुज़फ्फर नगर लोकसभा सीट से आप किसे सांसद चुनना चाहते हैं |

अक्सर काम की अधिकता के कारण मित्रों व संबंधियों से संपर्क कम हो जाता है व धीरे-धीरे खत्म हो जाता है। फिर एक समय ऐसा भी आता है जब व्यक्ति को अपने अकेलेपन का अहसास होता है।

फैमिली से दूर रहने वाले लोगों के लिए तो अकेलेपन को काटना और भी मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी तो लोगों के बीच भी खालीपन का अहसास होता है। ऐसे में यह दिलोदिमाग पर हावी हो जाता है और किसी काम में मन नहीं लगता।

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इससे निपटने हेतु पेश हैं कुछ महत्त्वपूर्ण तरीके:-
मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक कई बार लोग स्वयं को पसंद नहीं करते। ऐसे में वे अपने फिगर, डेस अप, कम्युनिकेशन स्किल्स पर ध्यान नहीं देते तो लोग भी उन्हें ज्यादा महत्व नहीं देते। यह स्थिति उन्हें अकेला बना देती है, सो जरूरी है कि अपने आप पर ध्यान दें, अपने टेलेंट को पहचानें और दूसरों के आकर्षण का केंद्र बनें। ऐसा करने से लोग आपको इम्पार्टेंस देंगे तो आपको खालीपन नहीं सताएगा।

प्राय: कैरियर बनाने के चक्कर में कॉलेज के दोस्तों से मिलना-जुलना कम हो जाता है। कुछ दोस्त तो वर्तमान में कहां रह रहे हैं, आपको पता भी नहीं होता। ऐसे में बेहतर है कि ऑफिस में ही दोस्त बनाएं।
जो लोग आपको इम्पार्टेंस देते हैं, जिनका साथ आपको अच्छा लगता है, उनके साथ कभी-कभी आउटिंग पर जाएं। छुट्टी के दिन एक-दूसरे के घर में गेट-टुगेदर पार्टी भी कर सकती हैं।

अगर कुलीग्स आपका साथ न दें तो घबराएं नहीं। अपने मित्र स्वयं बनें। खाली समय में अकेलेपन को लेकर रोने की बजाय अपनी रूचि के अनुसार कोई क्रिएटिव कार्य करें।
मनोचिकित्सकों के अनुसार हरियाली जीवन का प्रतीक है। गार्डनिंग करने से मन फ्रेश होता है। गार्डन नहीं है तो प्लास्टिक के गमलों में फूल-पौधे लगाएं।

महापुरूषों का मानना है कि पुस्तकों से बेहतर साथी कोई हो ही नहीं सकता, सो अपनी पसंद की पुस्तकें खरीदें। जब भी खाली-खाली सा लगे, इन बुक्स को पढ़कर अपना मन बहलाएं।
आपको निटिंग का शौक है पर बिजी रहने के कारण इसे कर नहीं पाती तो ऐसे वक्त में अपने इस शौक को पूरा करें।
इससे हाथों की एक्सरसाइज तो होती ही है, साथ ही यह बहुत अच्छी थ्रेड थेरेपी है। इससे आपकी एकाग्रता में वृद्धि होती है। तनाव कम होता है व आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है।

संगीत की धुनों पर थिरकना भला किसे अच्छा नहीं लगता पर शायद आप बंद कमरे में अकेले डांस करने में झिझक महसूस करते हैं। झिझक छोड़ें व डांस की मस्ती में स्वयं को पूरी तरह डुबो दें। यकीन मानिए, अकेलापन सदैव के लिए दूर भाग जाएगा।
कुकिंग करना आपको अच्छा लगता है तो नई-नई रेसिपीज ट्राई करें। जब आपकी पूरी एनर्जी इस पर केंद्रित होंगी तो अकेलेपन का अहसास नहीं होगा।
– भाषणा बांसल

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