संभल: उत्तर प्रदेश में इन दिनों बेसिक शिक्षा के अध्यापक डिजिटल हाजिरी के मुद्दे पर योगी सरकार से नाराज चल रहे हैं। शिक्षक प्रदर्शन करके इस फैसले को वापस लेने की भी मांग कर रहे है,ऐसे माहौल में संभल से एक मास्टर साहब को सस्पेंड करने की खबर आई है। जिलाधिकारी अचानक स्कूल पहुँच गए तो एक मास्टरजी मोबाइल चलाते मिले , डीएम ने जांच की तो पिछले ढाई घंटे से वे यही कर रहे थे जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। डीएम ने बच्चों की कॉपियां चेक की तो उनमे भी भारी त्रुटियां पाई गई।
दरअसल बुधवार को जिलाधिकारी राजेंद्र पैन्सिया शरीफपुर गौशाला में पशुओं की मौत की सूचना पर निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। दोपहर में लौटते समय वह गांव के ही उच्च प्राथमिक विद्यालय में पहुंच गए। डीएम जब स्कूल पहुंचे तो शिक्षक प्रेम गोयल मोबाइल चला रहे थे, डीएम ने शिक्षक प्रेम गोयल का मोबाइल चेक किया तो पाया कि शिक्षक ने ड्यूटी
के दौरान ढाई घंटे तक मोबाइल चलाने में बिताए। शिक्षक ने ड्यूटी के दौरान 1.17 घंटे कैंडी क्रश गेम खेला, 26 मिनट फोन पर बात की, 17 मिनट तक फेसबुक चलाया। इसके अलावा 11 मिनट गूगल क्रोम, 6 मिनट यूट्यूब और 5 मिनट इंस्टाग्राम चलाया। कई सरकारी ऐप पर भी समय बिताया। नाराज डीएम ने मास्टर साहब को सस्पेंड कर दिया। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को शिक्षक को निलंबित करने के आदेश दिए। साथ ही अन्य शिक्षकों को भी चेतावनी दी है। डीएम के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया।
बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से जारी सस्पेंशन लेटर में कई बातें लिखी गई हैं। इसमें बताया गया कि विद्यालय में 101 बच्चे पढ़ते हैं पर डीएम के औचक निरीक्षण में मात्र 47 मिले। स्कूल में पांच शिक्षक कार्यरत हैं। इनके अलावा दो शिक्षामित्र भी हैं। निरीक्षण के दौरान पूरा स्टाफ तो उपस्थित पाया गया। सभी शिक्षकों और शिक्षामित्रों का मोबाइल फोन चेक किया गया। नाराज डीएम ने शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार आपको स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए वेतन देती है ना कि मोबाइल में गेम खेलकर टाइमपास करने के लिए। सभी लोग अपना काम ईमानदारी से करें। शिक्षण कार्य के दौरान लापरवाही करते हुए पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।