मेरठ। भावनपुर क्षेत्र के गांव राली चौहान को कांवड़ यात्रा जिंदगी भर का गम दे गई। करंट की चपेट में आने से छह कांवड़ियों की मौत हो गई। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद जब एक साथ छह शव गांव में पहुंचे तो हर आंख से आंसू टपक पड़ा।
मेरठ में शनिवार देर रात डाक कांवड़ के हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से छह कांवड़ियों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि कई की हालत गंभीर बनी हुई है। रविवार को पोस्टमार्टम हाउस से सभी शव गांव के लिए पुलिस सुरक्षा में पहुंचे।
पोस्टमार्टम के बाद छह शवों को एक साथ एंबुलेस में लेकर गांव लाया गया तो हर किसी की आंख नम हो गई। पूरे गांव में हाहाकार मचा हुआ है। आसपास के अन्य गांवों के लोग हादसे के बाद राली चौहान पहुंचे हैं।
राली चौहान गांव में शनिवार रात डाक कांवड़ के 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन से टकराने के हादसे में शिकार हुए सभी लोग जल चढ़ाकर घर पहुंचने के जोश से भरे हुए थे। उन्हें नहीं पता था कि गांव की दहलीज पर ही मौत उनका इंतजार कर रही है। कांवड़िये गाते हुए गांव की तरफ बढ़ रहे थे और ग्रामीण उनके स्वागत में भजन गा रहे थे, लेकिन गांव से एक किमी पहले ही हादसा हो गया।
गांव में शव पहुंचने के बाद हिंदू रीतिरिवाज से उनका कर्म किया गया। इसके बाद सभी शवों को दाह संस्कार के लिए शमशान घाट ले जाया गया। जहां पर सभी छह शवों को शाम को दाह संस्कार कर दिया गया।