झांसी। कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र में इंस्पेक्टर की पिटाई से आहत कुक ने आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि केंद्र के दो इंस्पेक्टर प्रशिक्षण ले रहे होमगार्डों से वसूली कर रहे थे, जिसका विरोध करने पर दोनों निरीक्षकों ने कमरे में बंद कर उसको पीटा और गेट पर ताला लगा दिया। दीवार फांदकर कुक मंडलीय कमांडेट के पास पहुंचा और उनको शिकायती पत्र देने के बाद जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दोनों आरोपी निरीक्षकों पर मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।
मृतक सुरजन सिंह पटेल (57) पुत्र रामस्वरूप टोड़ी फतेहपुर थाना क्षेत्र के बिजौरा गांव के रहने वाले थे। काफी समय से वह परिवार के साथ पठौरिया मोहल्ले में रह रहा था। मृतक के बेटे अनूप पटेल ने बताया कि उसके पिता सुरजन अंबाबाय में स्थित होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र में कुक के पद पर तैनात थे। रोजाना की तरह वह ड्यूटी गए थे। वहां पर इंस्पेक्टर लक्ष्मीशंकर और सुभाष यादव प्रशिक्षण लेने वाले होमगार्ड से वसूली करते थे। इसका विरोध करने पर दोनों इंस्पेक्टर ने पिता के साथ मारपीट की। उनको बुरी तरह बेइज्जत किया गया। इससे आहत होकर पिता ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया।
मंडलीय कमांडेंट को दिया शिकायती पत्र मरने से पहले कुक सुरजन सिंह ने टाइपशुदा शिकायती मंडलीय कमांडेंट को सौंपी थी। इसमें लिखा था कि “प्रशिक्षण लेने वाले लड़कों को सताया जा रहा है। एक बच्चे की शादी थी, उससे सुभाष इंस्पेक्टर ने 1500 रुपए ले लिए। जब मैंने विरोध किया तो सुभाष और इंस्पेक्टर लक्ष्मीशंकर ने मारपीट की। गेट को ताला लगा दिया। आरोप लगाया कि मैंने शराब पी है। बेइज्जती करने से मुझे काफी ठेस पहुंची है। दोनों ने खुद शराब पी रखी थी। मुझे लाठी-डंडों से बहुत मारा, इसलिए आत्महत्या करने जा रहा हूं। अनपढ़ हूं, भूल चूक हुई हो तो माफ करना।”
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मरने से पहले सुरजन ने मंडलीय कमांडेंट को शिकायत दी थी। इसमें आरोप लगाया कि दोनों की उत्पीड़न की वजह से सुसाइड करने जा रहा हूं। इसके बाद जहर खाकर जान दे दी। बेटे की तहरीर पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। साक्ष्य मिलेंगे, उसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।