मेरठ। मेरठ में हिंदुओं का धर्म परिवर्तन के लिए कहां से फंडिग हो रही है और इसके तार कहां से जुड़़े हुए हैं। पुलिस के लिए ये चुनौती बना हुआ है। मेरठ में धर्मांतरण के मामले आए दिन आते रहते हैं। पुलिस ऐसे मामलों में रिपोर्ट दर्ज करने और जेल भेजने के अलावा और कुछ नहीं कर पाती है।
मकान में हो रहा था धर्म परिवर्तन
खड़ौली गांव में रविवार को विश्व हिंदू परिषद और भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक मकान में धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा हंगामा कर दिया। आरोप था कि पैसों का प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पांच आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया, जबकि पादरी बताया जा रहा आरोपी मौके से फरार हो गया। कुल सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
खड़ौली गांव में काफी समय से ईसाई धर्म का प्रचार किया जा रहा था। यहां लोगों को बहला-फुसलाकर बुलाया जाता था और लालच देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जाता था। पुलिस का कहना है कि फरार हुए रवि पास्टर की गिरफ्तार अहम है, उसके पकड़ में आने के बाद कई राज खुलेंगे।
पुलिस ने जब आरोपियों को गिरफ्तार किया तो उनके पास से ईसाई धर्म के प्रचार वाली सामग्री बरामद हुई। जांच में पता चला कि यहां 30-40 लोगों को प्रार्थना सभा के लिए बुलाया गया था। ये नेटवर्क कई जिलों में फैला हो सकता है, क्योंकि फरार हुआ रवि पास्टर सहारनपुर जिले का है। वह यहां आकर धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहा था।