मुुरादाबाद। फर्जी प्रमाणपत्र की मदद से डाक विभाग मुरादाबाद में नियुक्ति पाने का मामला सामने आया है। आरोपित कर्मचारी ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मार्कशीट में मार्क टैंपरिंग करके 31 साल तक नौकरी की। बीते माह एक शिकायत की जांच के बाद उसके फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। मंगलवार को मामले में प्रवर डाक अधीक्षक की तहरीर पर थाना सिविल लाइंस पुलिस ने थाना मझोला क्षेत्र के बुद्धि विहार निवासी आरोपित कर्मचारी अरविंद मोहन शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
मुरादाबाद के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र स्थित प्रधान डाकघर मुरादाबाद मंडल के प्रवर अधीक्षक वीर सिंह ने मंगलवार सिविल लाइंस थाने में अपने कार्यालय में ही तैनात आरोपित कार्यालय सहायक अरविंद मोहन शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है।
प्रवर अधीक्षक वीर सिंह ने बताया कि अनुसार जन परिवाद पीजी पोर्टल पर अनिल कुमार अग्रवाल द्वारा एक शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसमें फर्जी कार्यालय सहायक मंडलीय कार्यालय मुरादाबाद अरविंद मोहन शर्मा द्वारा प्रमाणपत्रों की मदद से नौकरी प्राप्त करने का आरोप लगाया गया था। जिसके बाद पूरे मामले की जांच कराई गई। इसके लिए अरविंद मोहन शर्मा की ओर से नियुक्ति के लिए आवेदन के समय दी गई यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मार्कशीट माध्यमिक शिक्षा सचिव और जीआईसी प्रधानाचार्य के कार्यालय में भेजी गई।
जांच में पता चला कि अरविंद मोहन शर्मा ने 1982 हाईस्कूल परीक्षा में 500 में से 208 अंक प्राप्त किए थे जबकि जो मार्कशीट उसने लगाई थी उसमें 500 में से 386 अंक पाना दर्शाया गया था। इसी तरह 1985 इंटमीडिएट परीक्षा में अरविंद मोहन शर्मा को 500 में से 214 अंक मिले थे। जबकि उसने जो मार्कशीट लगाई थी उमसें इंटर मीडिएट में 500 में से 364 अंक पाना दर्शाया गया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही प्रवर डाक अधीक्षक वीर सिंह ने सिविल लाइंस थाने में आरोपी कर्मचारी के खिलाफ तहरीर दी।
थाना सिविल लाइंस इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित थाना मझोला क्षेत्र के बुद्धि विहार निवासी अरविंद मोहन शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।